जिस गांव में शिवराज रातभर रुके, वहां से भाजपा को कांग्रेस से आधे भी नहीं मिले | MP ELECTION NEWS

भोपाल। चित्रकूट के उपचुनाव में शिवराज सिंह की विशेष रणनीति थी या नहीं यह तो कांग्रेस में सीएम कैंडिडेट के नाम घोषित होने से पहले ही पता चल जाएगा परंतु यदि अफवाहें गलत हैं तो यह शिवराज सिंह को शर्मसार कर देने वाली खबर है। जिस गांव में शिवराज सिंह ने सारी गुजारी वहां से भाजपा को कांग्रेस की तुलना में आधे वोट भी नहीं मिल पाए। ग्रामीणों ने यहां कांग्रेस को 413 वोट दिए जबकि भाजपा 203 वोट ही जुटा पाई। 

हम बात कर रहे चित्रकूट विधानसभा के तुर्रा गांव की। तुर्रा गांव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव प्रचार के दौरान आदिवासी लालमन गौड़ के घर पर आदिवासियों के साथ भोजन किया था और उन्हीं के घर पर रात्रि विश्राम किया था। तुर्रा गांव से भाजपा प्रत्याशी कांग्रेस प्रत्याशी से 210 मतों से हार गए। यहां पर बीजेपी को 203 और कांग्रेस को 413 वोट मिले हैं।

अजय सिंह ने पता था कहां क्या होने वाला है
गौरतलब है कि कल ही मप्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने दावा किया था कि शासकीय मशीनरी, पद का दुरूपयोग, पैसे का दुरूपयोग, लालच, फरेब, भय, आदिवासियों के घर जाकर रूकना सब होने के बावजूद मुझे नहीं लगता कि भाजपा के उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे। वहीं उन्होंने चुनाव के अंतर पर कहा कि कांग्रेस अच्छे खासे अंतर से जीतेगी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस की जीत से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह हाशिए पर चले गए हैं। 

आदिवासी की चौखट तक उखाड़े ले गए थे भाजपाई
उन्होंने कहा कि चित्रकूट में मैं अकेला चुनाव नहीं लड़ रहा था, बल्कि चित्रकूट की जनता सीएम शिवराज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी। भाजपा के चित्रकूट चुनाव में भाजपा हताशा के दौर में पहुंच गयी। चुनाव के आखिरी चरण में जब बीजेपी के आकाओं ने उन्हें आदेश दिया कि साख बचाना है, तो सीएम शिवराज डेरा डालो, लेकिन उन्होंने ऐसा डेरा डाला कि जिस आदिवासी के घर तुर्रा में रूके, पूरी साजसज्जा करायी। उसी घर की दूसरे दिन चौखट तक उठा ले गए। बाथरूम बनाया, बाथरूम भी ले गए। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !