टीकमगढ। लोकायुक्त सागर पुलिस ने छापामार कार्रवाई में निवाड़ी बीआरसीसी हरिशंकर कौशिक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई स्व सहायता समूह संचालक की शिकायत पर की गई। बीआरसीसी उससे 2 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। बताया जा रहा है कि बीआरसीसी हरिशंकर कौशिक स्थानीय विधायक अनिल जैन का कृपापात्र अधिकारी था। कौशिश की बीआरसीसी पद पर नियुक्ति भी विधायक की पॉवर के चलते ही हुई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार निवाडी जनपद शिक्षा केन्द्र में पदस्थ बीआरसीसी हरिशंकर कौशिक माध्यान्ह भोजन के भुगतान के एवज में स्वः सहायता समूह संचालक मगनलाल से दो हजार रूपये की रिश्वत मांग रहा था। पीडित ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस सागर के पास की। जॉच में शिकायत सही पाई गई। आज नियत समय पर जैसी ही मगनलाल ने दो हजार रूपये की रिश्वत दी। तभी सागर लोकायुक्त पुलिस ने बीआरसीसी हरिशंकर कौशिक को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रो का कहना है कि जनपद शिक्षाकेन्द्र में पदस्थ बीआरसीसी हरिशंकर कौशिक पर खुला संरक्षण निवाड़ी विधायक अनिल जैन का रहा है। जिससे खुलेआम बीआरसीसी मनमानी करता था। खबर तो यहां तक आ रही है कि डीपीसी और विधायक अनिल जैन के बीच बीआरसीसी पद को लेकर जंग चल रही थी। जिसमें डीपीसी पराजित हुये और विधायक अनिल जैन अपने चाहेते हरिशंकर कौशिक की पदस्थापना बीआरसीसी पद पर कराने मे सफल हुये।