लखनऊ। गाजीपुर के पूर्व जिलाधिकारी एवं आईएएस संजय खत्री ने लवमैरिज कर ली है। यूपी में चल रहे नगरीय निकाय चुनावों के बीच वो दिल्ली पहुंचे और एक सादा समारोह में शादी कर ली। शादी के बाद पता चला कि उन्होंने लवमैरिज की है। लड़की उसी गाजीपुर की रहने वाली है जहां संजय जिलाधिकारी थे। अब दोनों की मुलाकातें और प्यार की कहानी गाजीपुर समेत पूरे यूपी की सुर्खियों में हैं। संजय फिलहाल रायबरेली के जिलाधिकारी हैं। संजय की पत्नी विजयलक्ष्मी मूल रूप से गाजीपुर के चीतनाथ जेरे किला मोहल्ला निवासी हैं। उनके पिता रामजी वर्मा का दो वर्ष पहले ही निधन हो चुका है। परिवार में कुल तीन भाई व दो बहनें हैं। विजयलक्ष्मी ने इंटरमीडिएट लुदर्स कॉन्वेंट बालिका इंटर कालेज से किया। इसके बाद वह उच्च शिक्षा के लिए बाहर चली गईं। दिल्ली में आइएएस की तैयारी के दौरान संजय कुमार खत्री से मुलाकात हुई। उस समय एक सहपाठी की तरह दोनों के बीच संबंध थे।
संजय कुमार खत्री ने लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली लेकिन विजयलक्ष्मी तीन प्रयासों के बाद भी सफल नहीं हो पाईं। उसके बाद वह अपने घर चली आईं। संयोग से संजय कुमार खत्री को जिलाधिकारी के रूप में गाजीपुर में ही पहली तैनाती मिल गई। यहां तैनाती के बाद विजयलक्ष्मी संजय कुमार खत्री से मिलने पहुंचीं। वर्षों बाद एक दूसरे को सामने देखकर पुरानी यादें ताजा हो गईं। इसके बाद विजयलक्ष्मी का संजय कुमार खत्री के यहां आने जाने का सिलिसला शुरू हो गया।
कभी कोई व्यक्तिगत काम को लेकर तो कभी किसी सामाजिक सरोकार से संबंधित मामलों को लेकर। मुलाकात का यह सिलसिला दो कदम आगे बढ़कर एक दूसरे को जीवन साथी बनाने तक जा पहुंचा। संजय कुमार खत्री ने बताया कि गाजीपुर में आने के बाद विजयलक्ष्मी से कोई नया संबंध नहीं बना है। उनसे सात-आठ वर्ष पहले ही आईएएस की तैयारी करने के दौरान मुलाकात हुई थी। हमलोग काफी दिनों तक साथ रहकर पढ़ाई किए हैं। हमारे ग्रुप में और बहुत सारे लड़के-लड़कियां थे। उसमें से एक विजयलक्ष्मी भी थीं।
एक वर्ष पांच माह का रहा कार्यकाल
संजय कुमार खत्री का जनपद में जिलाधिकारी के पद पर कार्यकाल एक वर्ष पांच माह का रहा। उन्हें सपा सरकार में 29 मार्च 2016 को जिलाधिकारी के रूप में यहां तैनाती दी गई। उनके कार्यकाल में विधानसभा का चुनाव हुआ। प्रदेश में भाजपा की सरकार आई। इस दौरान प्रदेश के काबीना मंत्री और भाजपा गंठबंधन के सहयोगी सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से उनका विवाद हो गया।
संजय कुमार खत्री को यहां से जिलाधिकारी पद से न हटाए जाने पर ओम प्रकाश राजभर ने सरकार और गठबंधन तक से अलग होने की धमकी दे दी। विवाद के कुछ माह बाद सरकार ने 8 सितंबर 2017 को उन्हें रायबरेली का डीएम बनाकर यहां से तबादला कर दिया। श्री खत्री मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं। अपने कार्यकाल में शहर के सुंदरीकरण के प्रयासों के लिए उन्हें याद किया जाता है। अब यहां की लड़की से शादी के बाद उन्हें याद रखने की यह बड़ी वजह बन गई।
संजय खत्री ने 19 नवंबर यानी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर नई दिल्ली में गाजीपुर की इस युवती के साथ विवाह कर लिया। निकाय चुनाव के आहट के बीच नई दिल्ली गए संजय खत्री ने एक सादे समारोह में गाजीपुर के सामान्य परिवार की इस युवती से विवाह कर लिया। उनका यह विवाह अब बेहद चर्चा का विषय बना है। राजस्थान के जयपुर निवासी संजय खत्री 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।