भोपाल। गैंगरेप मामले में पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई होने के बावजूद पुलिस के रवैये में कोई बदलाव दिखाई नहीं दे रहा है। खबर इंदौर से आ रही है। यहां एक प्राइवेट कंपनी के एजीएम के घर रात 4 बजे करीब लूट की वारदात हुई। पुलिस को तत्काल सूचना दी गई तो पुलिस ने जवाब दिया कि सुबह थाने जाकर रिपोर्ट लिखा देना। फरियादियों को उम्मीद थी कि पुलिस नाकाबंदी करके लुटेरों को दबोच लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मामला भंवरकुआं थाना से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूरी का है।
भंवरकुआं पुलिस के मुताबिक आनंद नगर निवासी धीरज शर्मा एक सेल्युलर कंपनी में एजीएम हैं। वे शनिवार रात पत्नी मनीषा, मां सुशीला (70) व दो बेटियों के साथ सो रहे थे। तड़के करीब 4 बजे दो बदमाश मुख्य गेट के पास की खिड़की की ग्रिल निकालकर घुसे। हॉल से होते हुए दोनों पहले बच्चियों के रूम में पहुंचे। वहां अलमारी खंगाली लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। एक सूने कमरे की अलमारी से तीन हजार रुपए निकाले। उसके बाद वह सीधे सुशीला के रूम में पहुंचे।
दोनों अलमारी का दरवाजा खोल रहे थे, तभी सुशीला जाग गई। सुशीला ने बताया कि खटपट की आवाज आई तो आंख खुल गई। दो लोग कमरे में दिखाई दिए। एक के हाथ में टॉर्च थी। बिस्तर से उठ पाती, इससे पहले एक बदमाश सीने पर बैठ गया। पास रखी साड़ी से मुंह दबा दिया। फिर कहा कि बोलना मत, वरना गोली मार दूंगा। लुटेरे ने चेहरे पर मफलर बांध रखा था।
हाथ में कुछ नुकीला सा हथियार भी था। उसका दूसरा साथी अलमारी का दरवाजा खोलने में लगा था। दरवाजा खोलकर चाबी निकाली और लॉकर का ताला खोलकर सोने की चार चूड़ियां, चेन, लटकन, दो कड़े, हार सेट, नेकलेस, झुमकी, अंगूठी, चेन, चांदी की पायजेब, करदोना और 5 हजार का माल बटोर लिया।
भंवरकुआं थाने से शर्मा का घर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। पत्नी मनीषा ऑनलाइन बिजनेस करती है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 4.30 बजे हमने घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम वालों ने कह दिया कि सुबह जाकर भंवरकुआं थाने में रिपोर्ट दर्ज कर देना। उनसे कहा कि अभी किसी को भेजिए। बदमाशों को घेराबंदी कर पकड़ा जा सकता है तो उन्होंने कहा कि वे थाने पर फोन करते हैं लेकिन कोई नहीं आया।
सुबह शर्मा खुद थाने पहुंचे और घटना के बारे में बताया। उसके बाद 8.30 बजे पुलिस मौके पर पहुंची। भंवरकुआं पुलिस का कहना है कि भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन गया था। उनसे हमें घटना की जानकारी नहीं मिली।
लूट नहीं चोरी है, अम्मा बुजुर्ग हैं, समझ नहीं आया होगा
मनीषा ने बताया कि गहने काफी वजनी थे। 7 हजार रुपए के अलावा लुटेरों ने भागते समय मां के गले से सोने की चेन तोड़ी और अंगुली से सोने की अंगूठी भी निकाल ली। इस तरह करीब छह से सात लाख की लूट हुई है। लुटेरे जब भागे तो उन्होंने सास के मुंह पर दो तकिए रख दिए जिससे वे देख न पाए। कुछ देर बाद वे बाहर आई और सभी को उठाकर घटना बताई। जांच कर रहे एसआई मुन्नालाल राहनडाले का कहना है कि शर्मा के घर 75 हजार की चोरी हुई है। लूट जैसी घटना नहीं हुई। अम्माजी बुजुर्ग हैं। उन्हें समझ नहीं आया। बदमाशों ने चोरी की है। टीआई शिवपालसिंह कुशवाह भंवरकुआं के मुताबिक धारा 380 में केस दर्ज किया है। धमकाने की धारा 382 भी लगाई गई है।
बदल देते हैं धाराएं
यह पहला वाकया नहीं है जब शर्मा के साथ पुलिस ने ऐसा किया है। इससे पहले भी पुलिस अमूमन लूट की घटनाओं में चोरी की धारा लगा रही है। इस तरह लूट जैसे गंभीर अपराध को पुलिस साधारण अपराध बना रही है। धाराओं के बारे में आम लोगों को पता नहीं होता और वे आपत्ति नहीं लेते। टीआई कुशवाह भंवरकुआं थाने से पहले पलासिया थाने में पदस्थ थे। तब वहां लगातार हो रही लूट के मामलों को उन्होंने चोरी में बदला था। अब शर्मा के मामले में भी उन्होंने लूट की जगह चोरी में केस दर्ज किया है।
टीआई ने एसपी को बताई लूट, दर्ज की चोरी
एसपी पश्चिम विवेक सिंह ने बताया कि आनंद नगर में महिला पर अटैक करके दो बदमाशों ने वारदात की है। यह लूट का मामला है। जब उन्हे बताया गया कि भंवरकुआं टीआई ने चोरी की धाराओं में केस दर्ज किया। तो विवेक सिंह बोले नहीं, ऐसा नहीं है। मुझे एफआईआर के बारे में पता नहीं है। मैं पता करता हूं।