इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर नगर निगम के मुख्य सेनेटरी अधिकारी को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। आरोपी 11 नए कर्मचारियों से उनका चार माह का वेतन निकलवाने के एवजी में 55 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। एसपी दिलीप सोनी ने बताया कि बिलावली जोन पर पदस्थ मुख्य सेनेटरी अधिकारी मुकेश करोसिया को बुधवार दोपहर पकड़ा गया। फरियादी पहली किश्त के 20 हजार रुपए लेकर आरोपी के पास पहुंचा। जैसी ही आरोपी ने पैसे लेेकर जेब में रखे तो टीम ने उसे पकड़ लिया। शिकायत इसी जोन पर पदस्थ मुख्य दरोगा अनिल धुलिया ने की थी।
हर कर्मचारी से मांगा एक माह का वेतन
डीएसपी प्रवीणसिंह बघेल ने बताया कि जुलाई में यहां पर अनिल सहित 11 नए कर्मचारियों की नियुक्ति हुई थी। तभी से इन लोगों को वेतन नहीं मिला था। इसके बाद मुकेश ने उनकी मदद करते हुए सैलरी निकलवाई, लेकिन इसे देने के बदले में वह प्रति व्यक्ति 5 हजार रुपए मांग रहा था। अनिल ने बताया कि हम सभी की सैलरी 5600 रुपए प्रतिमाह है, जिसमें से वह प्रत्येक व्यक्ति से एक माह की सैलरी मांग रहा था।
पार्षद भी कर चुके थे शिकायत
रिश्वत लेते पकड़ाए सीएसआई करोसिया से क्षेत्रीय पार्षद भी परेशान थे। बीते दिनों तीन पार्षद ने भी उसकी शिकायत निगमायुक्त से की थी। वह खुद को निगमायुक्त का करीबी बताकर दुकानदारों से अवैध वसूली करता था। इसके बावजूद उसे जोन से नहीं हटाया गया था। उस पर नागरिकों से दुर्व्यवहार करने का भी आरोप है।