नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाया जाएगा। इस मंदिर का निर्माण अखिल भारतीय हिंदू महासभा करने जा रही है। 15 नवंबर को यानि जिस दिन गोडसे को फांसी दी गई थी, उस दिन मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी जाएगी। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने इसका ऐलान भी कर दिया है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में इस मंदिर का निर्माण किया जाएगा।
हिंदू महासभा ने मंदिर कमेटी का गठन कर प्रशासन से जमीन मांगने की कवायद भी शुरू कर दी लेकिन जब प्रशासन ने जमीन देने से इनकार कर दिया, तो अब महासभा अपने ही कार्यालय में गोडसे का मंदिर बनाएगी। महासभा ने ग्वालियर में मंदिर निर्माण की शुरुआत के लिए 15 नंवबर की तारीख तय की है। महासभा भारत माता के साथ नाथूराम गोडसे की प्रतिमा भी स्थापित करेगी। मंदिर बनाए जाने को लेकर हिंदू महासभा का तर्क है कि नाथूराम गोडसे देशभक्त था।
हिंदू महासभा के डॉ. जयवीर भारद्वाज ने बताया कि हमने मंदिर निर्माण के लिए जिला प्रशासन के पास जमीन आवंटित करने के लिए आवेदन दिया था। प्रशासन के आवेदन नामंजूर करने की वजह से अब महासभा ने दौलतगंज स्थित अपने कार्यालय के परिसर में ही मंदिर निर्माण का फैसला लिया है।
वहीं, महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर ग्वालियर में बनाए जाने की खबर जैसी कांग्रेस के पास पहुंची है तो वह आक्रामक मूड में आ गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कृष्णराव दीक्षित ने कहा है कि हिंदू महासभा, आरएसएस और बीजेपी का ही हिस्सा है, जो अब राष्ट्रपिता के हत्यारे का मंदिर बनाने की बात कर रही है। कांग्रेस ने साफ कहा है कि अगर मंदिर के नाम पर एक ईंट भी रखी गई तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर पुरजोर तरीके से विरोध दर्ज कराएगी।