नई दिल्ली। राहुल गांधी के जीएसटी पर विरोध पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, "जिस तरह से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात चुनाव में जीएसटी का मुद्दा उठा रहे हैं, उससे साफ जाहिर होता है कि वे ये बिल्कुल नहीं समझ पा रहे हैं कि ये टैक्स व्यवस्था देश के लिए फायदेमंद होगी। जेटली ने यह बयान अहमदाबाद में दिया। वो गुजरात के प्रभारी भी हैं। जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने जीएसटी को पढ़ा भी नहीं है। पूरी दुनिया ने इसकी तारीफ की है। जीएसटी पर लिए गए हर फैसले में कांग्रेस शासित प्रदेशों के वित्त मंत्री पूरी तरह राजी थे। सबकी सहमति से लिए गए फैसले देश के लिए फायदेमंद होते हैं।
GST लंबे समय के लिए और ट्रेडिंग को आसान करने के लिए है। इसके साथ ही ये टैक्सेशन सिस्टम को भी बेहतर करेगा। इसका विकल्प पुराना और पेंचीदा 17 टैक्सेस वाला सिस्टम है। इसके दौरान विभिन्न डिपार्टमेंट्स के इंस्पेक्टर्स ट्रेडिंग के लिए चीजों को मुश्किल करेंगे। GST काउंसिल की मीटिंग हर महीने होती है। इसमें दो अहम मुद्दों पर बात होती है। पहला ट्रांजैक्शन पर दूसरी स्टेट और सेंटर के बीच टैक्स शेयरिंग का बैलेंस मेंटेन करने को लेकर होती है।
बता दें कि राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव में जीएसटी को मुद्दा बना लिया है। गुजरात राज्य में जीएसटी का सबसे तीखा विरोध देखने को मिला। कई बड़े कारोबार जीएसटी के विरोध में बंद कर दिए गए। चूंकि गुजरात को व्यापारियों का राज्य कहा जाता है इसलिए जीएसटी गुजरात का चुनावी मुद्दा है। राहुल गांधी ने ऐलान किया है कि जब उनकी सरकार बनेगी तो वो जीएसटी को बदल देंगे।