नई दिल्ली। इन दिनों तमाम दिग्गजों ने गुजरात में डेरा डाल रखा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा भी गुजरात में हैं और वहीं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमले कर रहे हैं। अहमदाबाद ने यशवंत सिन्हा ने कहा कि जीएसटी में बड़ी खामियां हैं और देश इसके लिए जेटली से इस्तीफा मांग सकता है। सिन्हा ने यहां तक कह दिया कि जेटली गुजरात की जनता पर बोझ हैं। बता दें कि जेटली गुजरात से ही राज्यसभा सांसद हैं।
सिन्हा गुजरात क्यों आए?
गुजरात में अगले महीने असेंबली इलेक्शन हैं। सिन्हा यहां ‘लोकशाही बचाओ आंदोलन’ के एक्टिविस्ट्स के बुलावे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया के तमाम सवालों के जवाब दिए। सिन्हा मोदी सरकार की इकोनॉमिक पॉलिसीज को पहले से क्रिटिसाइज करते रहे हैं। उन्होंने कहा- जीएसटी पर पूरी तरह विचार किए बिना इसे लागू किया गया। देश की इकोनॉमी को एक के बाद एक दो झटके दिए गए। पहले नोटबंदी और अब जीएसटी। बता दें कि सिन्हा पूर्व फाइनेंस मिनिस्टर हैं। सिन्हा ने कहा कि अगर जीएसटी लागू करने से पहले इस पर पूरा ध्यान दिया गया होता तो इस तरह की गड़बड़ियां नहीं होतीं। सिन्हा ने कहा कि देश को यह मांग करने का हक है कि 'जेटली से पद छोड़ दो'।
गुजरात के नहीं, गुजरात पर बोझ हैं जेटली
एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा- हमारे फाइनेंस मिनिस्टर गुजरात के नहीं हैं लेकिन राज्यसभा के लिए वो यहीं से चुने जाते हैं। वो गुजरात के लोगों पर बोझ हैं। अगर वो यहां से नहीं चुने जाते तो किसी गुजराती को मौका मिल सकता था। जेटली एक ही रूल में यकीन करते हैं- चित भी मेरी और पट भी मेरी। वो हर बात का क्रेडिट लेने की कोशिश करते हैं, और तो और जबकि कोई चीज सही ना भी हुई हो।
मैं बैठकर स्पीच नहीं देता: सिन्हा का जेटली पर तंज
जेटली ने सितंबर में सिन्हा पर तंज कसते हुए कहा था कि वो 80 साल की उम्र में जॉब खोज रहे हैं। इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर सिन्हा ने कहा कि वो किसी मार्गदर्शक मंडल का हिस्सा नहीं हैं। सिन्हा ने कहा कि वो उन लोगों से ज्यादा फिट हैं जो बैठकर भाषण देते हैं। दरअसल, जेटली ने इस साल बजट पेश करते हुए बैठकर भाषण दिया था। इस दौरान उनकी तबियत खराब थी। सिन्हा शायद इसी मामले को उठा रहे थे।
बेटे से मतभेद कराने की साजिश
यशवंत के बेटे जयंत सिन्हा मोदी सरकार में मंत्री हैं। जब यशवंत ने मोदी सरकार की इकोनॉमिक पॉलिसीज पर सवाल उठाए थे तो जयंत ने सरकार का बचाव किया था। बेटे के बारे में पूछे गए एक सवाल पर यशवंत ने कहा- कुछ लोगों ने पिता-पुत्र में दरार पैदा करने की कोशिश की लेकिन वो कामयाब नहीं हुए।
राहुल गांधी की मांग का समर्थन
राहुल गांधी ने पिछले दिनों जीएसटी को सिंगल टैक्स रेट में तब्दील करने की मांग की थी। जेटली ने इसे ‘बचकाना’ कहा था। इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर सिन्हा ने कहा- इतिहास में जाएं। जेटली ने खुद कहा था कि वो एक सिंगल टैक्स स्ट्रक्चर की तरफ बढ़ रहे हैं। सिन्हा ने फिर कहा कि नोटबंदी का जो मकसद था, वो पूरा नहीं हुआ। क्या ये ब्लैक मनी के खिलाफ था, फेक करंसी के खिलाफ था, या आतंकवाद के खिलाफ था। क्योंकि ये परेशानियां तो अब भी मौजूद हैं।
सिन्हा ने पहले क्या कहा था?
यशवंत सिन्हा ने सितंबर में एक अखबार में आर्टिकल लिखा था। इसमें कहा था- इकोनॉमी की हालत खराब है। पिछले दो दशक में प्राइवेट क्षेत्र में इन्वेस्टमेंट सबसे कम रहा है। जीएसटी को गलत तरीके से लागू किया गया। इससे लाखों लोग बेरोजगार हो गए। इकोनॉमी में तो पहले से ही गिरावट आ रही थी, नोटबंदी ने तो सिर्फ आग में घी का काम किया। उनके बेटे जयंत सिन्हा ने पिता के आरोपों को गलत बताया था।