गुजरात चुनावों में सत्ताधारी बीजेपी के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. चुनावों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान होने के साथ ही बगावती तेवर भी तीखे हो गए हैं. सांसदों ने पार्टी में बगावती मोर्चा खोल दिया है. पंचमहाल से सांसद प्रभातसिंह चौहान ने पत्नी को टिकट ना मिलने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने पत्नी के लिए टिकट मांगी थी लेकिन बीजेपी ने किसी और को यहां से उम्मीदवार बनाया है.
सांसद चौहान सोमवार को कालोल विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामाकंन भरेंगे. टिकट बंटवारे के बाद चौहान दूसरे बीजेपी सांसद हैं जिन्होंने बगावत की है. उनसे पहले पाटन से सांसद लीलाधर वाघेला ने भी बगावत कर दी थी. वाघेला डिसा सीट से बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे. पार्टी कई सीटों पर टिकट बंटवारे का विरोध झेल रही है. झालोद सीट से महेश भूरिया को टिकट दिए जाने के बाद जिला पंचायत के 29 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया. इससे पहले सूची जारी होने के ठीक बाद गुजरात के अंकलेश्वर विधानसभा सीट पर टिकट पाने वाले उम्मीदवार के सगे भाई ने ही बगावत कर दी थी.
भाई ईश्वर पटेल को टिकट मिलने के बाद भरुच जिला पंचायत के सदस्य वल्लभ पटेल ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. वल्लभ ने भी पार्टी से टिकट मांगा था लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया. इसके अलावा डांग में जिला बीजेपी महामंत्री दशरथ पुवार ने भी इस्तीफा दे दिया. पार्टी द्वारा विजय पटेल को उम्मीदवार घोषित करने के बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए ये कदम उठाया.
182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा के चुनावों के लिए बीजेपी दो चरणों में अभी तक 106 नाम जारी कर चुकी है. पहली लिस्ट में उसने 70 और दूसरी में 36 उम्मीदवारों का ऐलान किया था. गुजरात में दो चरणों में नौ और 14 दिसंबर को वोट डाले जाने हैं. पहले चरण में 89 सीटों पर चुनाव होने हैं