भोपाल। मप्र पुलिस का गंदा चेहरा लगातार सामने आ रहा है। गैंगरेप मामले में खुलासा हो चुका है कि वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर पीड़िता को भटकाया जा रहा था। अब एक नया मामला सामने आया है। यहां 2 सिपाही एक महिला पर चोरी का आरोप लगाकर 20 हजार रुपए की मांग कर रहे थे। पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने खुद पर केरोसिन उड़ेल लिया तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने उसे सुसाइड करने के लिए माचिस दे दी। महिला ने आग लगा ली। पुलिस खड़े खड़े देखती रही। महिला की मौत हो गई। इसके बाद जब परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया तो लाठियां बरसाईं, आंसू गैस के गोले छोड़े।
संदिग्ध परिस्थितियों में झुलसी 35 वर्षीय महिला इंदरमल की मौत से नाराज परिवार और समाज के लोगों ने सोमवार दोपहर गांधीनगर थाने पर पथराव किया। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस हंगामे में करीब ढाई घंटे तक नेशनल हाईवे पर चक्काजाम रहा। पुलिस ने पहले तो उन्हें समझाने की कोशिश की फिर आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद लाठीचार्ज भी कर दिया। इससे नरसिंहगढ़ से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों को परेशान होना पड़ा। लाठीचार्ज से इलाके में करीब घंटे भर तक अफरा-तफरी रही।
पुलिस ने इस मामले में आप पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल समेत तीन नेताओं को गिरफ्तार किया है, जबकि आरोपों में घिरे आरक्षक गजराज और संदीप शाक्य को लाइन अटैच कर दिया गया। पथराव में 3 पुलिसकर्मी एक युवती घायल हो गई। आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
यह था घटनाक्रम
दीपावली के दिन गजराज और संदीप आए थे। वह कहीं से तार लाए और मां से कहने लगे कि तुमने यह चोरी किया है। तार तोड़ने के लिए 20 हजार रुपए लगेंगे। उसके बाद वे परेशान करने लगे। रोज आते और रुपए मांगते। हमने कहा कि इतने रुपए कहां से देंगे, तो वह हम पर मामला दर्ज करने की धमकी देने लगे। शुक्रवार दोपहर वे फिर से आ गए। रुपए मांगने पर मां ने खुद पर केरोसिन डालते हुए कहा कि आत्महत्या कर लूंगी, तो पुलिसकर्मी बोले तुम क्या आत्महत्या करोगी। इस बीच मैंने मां के हाथ से माचिस ले ली, तो सिगरेट पी रहे एक पुलिसकर्मी ने उन्हें माचिस दे दी। उसी माचिस से मां ने खुद को आग लगा ली। पुलिसकर्मी वहीं खड़े रहे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।
यहां वहां भटकने के बाद मां को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। रात को मैं उनके साथ थी। वह ठीक थी, लेकिन बाद में हमें बताया कि उनकी मौत हो गई। अब हमारा कौन है। मुझे तो मेरी मां लौटा दो मैं थाना छोड़ दूंगी।' जैसा इंदरमल की 12 वर्षीय बेटी आसकना ने बताया।
पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR नहीं की, इसलिए भड़के लोग
पोस्टमार्टम होने के बाद नाराज परिजनों ने सोमवार दोपहर करीब 12 बजे गांधी नगर पुलिस थाने के सामने नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं और बुजुर्ग सड़क के बीचों-बीच बैठ गए। दो घंटे तक किसी ने भी उनसे बातचीत नहीं की। दोपहर करीब 2 बजे आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल अपनी टीम के साथ पहुंच गए। उन्होंने एएसपी जोन-4 समीर यादव से एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि आप कानून के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं। आपको सीधे एफआईआर करना चाहिए।
आप नेता को घसीटते हुए थाने में ले गए, गिरफ्तार
जवाब में एएसपी समीर यादव ने कहा कि इंदरमल ने मजिस्ट्रेट के सामने मृत्यु पूर्व बयान में आग कचरे से लगना बताया है। परिजनों ने दूसरे दिन पुलिसकर्मियों पर रुपयों की मांग लगाने के आरोप लगाते हुए शिकायत की है। मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। इस पर आलोक उखड़ते हुए बोले पुलिस को सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार एफआईआर करना होगा। एएसपी ने कहा कि आप बाहर जाएं। मंडी में भी लोगों से मारपीट करके आए हैं। आप यहां भी लोगों को भड़का रहे हैं। इस पर आलोक थाने परिसर में ही बैठने लगे। पुलिस ने उन्हें बल पूर्वक उठाया और घसीटते हुए थाने के अंदर ले जाने लगे। इससे नाराज लोगों ने पुलिस थाने पर पथराव शुरू कर दिया। एएसपी यादव ने खुद मोर्चा संभालते हुए आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया।