युद्ध की तैयारी कर रहा है CHINA, प्रेसिडेंट ने फिर दोहराया बयान

नई दिल्ली। अपनी सेनाओं पर तो सभी देश् ध्यान देते हैं परंतु चीन में इन दिनों कुछ असामान्य हो रहा है। लगता है चीन युद्ध की तैयारी कर रहा है। चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने आर्मी से कहा है कि वो जंग लड़ने और उसे जीतने के लिए तैयार रहे। 24 अक्टूबर के बाद यह दूसरा मौका जब जिनपिंग ने मिलिट्री को जंग लड़ने और जीतने का मैसेज दिया है। जिनपिंग कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) की सेंट्रल कमेटी के जनरल सेक्रेटरी और सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के चेयरमैन हैं।

जिनपिंग ने कहां दोहराया बयान?
चीन के सरकारी मीडिया एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को जिनपिंग के आर्मी को दिए मैसेज की जानकारी दी। चीन के प्रेसिडेंट ने CMC के ज्वॉइंट बैटल कमांड सेंटर का दौरा किया। जिनपिंग ही इस सेंटर के कमांडर इन चीफ हैं। जिनपिंग ने कहा- सीएमसी की ये जिम्मेदारी है कि वो फोर्सेस को जंग लड़ने और उन्हें जीतने के लिए तैयार रखे। हमारी फोर्सेस को नए दौर के मिशंस के लिए तैयार रहना चाहिए। ताकि पार्टी और जनता उन पर भरोसा कर सके। बता दें कि सीएमसी ही चीन की 23 लाख जवानों और अफसरों वाली पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को हैंडल करती है। ये दुनिया की सबसे बड़ी आर्म्ड फोर्स है। जिनपिंग ने 24 अक्टूबर को सीपीसी में भी यही बयान दिया था।

भारत से डोकलाम में हुआ था विवाद
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस में पिछले हफ्ते ही जिनपिंग को बतौर प्रेसिडेंट दूसरा टर्म दिया गया है। जिनपिंग का यह बयान भारत के लिहाज से अहम है। क्योंकि, अगस्त में ही डोकलाम में भारत और चीन की सेनाओं के बीच टकराव टला था। दोनों आर्मी 72 दिन तक आमने-सामने रहीं थीं। जिनपिंग ने 26 अक्टूबर को बतौर प्रेसिडेंट अपना दूसरा टर्म शुरू किया है। सीपीसी की मीटिंग पांच साल में एक बार होती है। इसी में प्रेसिडेंट चुना जाता है। 

जिनपिंग को पार्टी फाउंडर माओ जिदोंग की तरह ताकतवर नेता माना जा रहा है। 64 साल के जिनपिंग सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के भी चेयरमैन हैं। इसमें जिनपिंग को छोड़कर बाकी सभी मेंबर आर्म्ड फोर्सेस के कमांडर होते हैं। जिनपिंग ने सीएमसी के मेंबर्स से ये भी कहा कि वो अपनी यूनिट्स को साइंटिफिक तरीके से मैनेज करें।

सीएमसी में भी बदलाव
सीएमसी में पहले 11 मेंबर होते थे। लेकिन, इस बार 7 मेंबर कर दिए गए हैं। पार्टी की स्टैंडिंग कमेटी में भी पहले सात मेंबर होते थे। अब इनकी तादाद पांच कर दी गई है। जिनपिंग ने अपने पहले टर्म में करप्शन के खिलाफ बड़ी मुहिम चलाई थी। इसमें करीब 10 लाख लोगों को सजा दी गई थी।

आर्मी में कटौती चाहते हैं जिनपिंग
अपने पिछले टर्म में जिनपिंग ने 23 लाख आर्मी पर्सनल में से तीन लाख कम करने को कहा था। वो कमांड स्ट्रक्चर में भी रिफॉर्म्स लाना चाहते थे। जिनपिंग का फोकस नेवी को और पावरफुल बनाना चाहते थे। ताकि, दूसरे देशों में चीन का रुतबा बढ़ सके। जिनपिंग ने जब एंटी-करप्शन मुहिम चलाई तो 13 हजार मिलिट्री पर्सनल पर भी कार्रवाई की गई। बता दें कि चीन की आर्मी का ऑफिशियल बजट 141 बिलियन डॉलर है। ये सिर्फ अमेरिका से कम है।

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