गुना। जिले के राघौगढ़ ब्लाक के एक गांव में स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ महिला प्राचार्य ने अपने ही स्कूल में कार्यरत वरिष्ठ अध्यापक पर कार्यस्थल पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। महिला ने इसकी शिकायत एसपी से भी की है, लेकिन 21 दिन बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। इधर, महिला का कहना है कि एसपी द्वारा एसडीओपी को निर्देश देने के बाद भी कार्रवाई न होने से वरिष्ठ अध्यापक लगातार शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।
राघौगढ़ ब्लाक के एक गांव के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ महिला प्राचार्य ने पहले 28 अक्टूबर को एसपी को शिकायत दर्ज कराई लेकिन कार्रवाई न होने पर दूसरी शिकायत 13 नवंबर को की है। इसमें कहा है कि 27 अक्टूबर को स्कूल में ही पदस्थ वरिष्ठ अध्यापक दोपहर 1 बजे उनके कक्ष में आए। इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल पर अश्लील वीडियो चालू कर लिया, जिसे दिखाने का भी प्रयास किया। जब उन्होंने कहा कि यह क्या हरकत है, तो उन्होंने उनका बांया हाथ पकड़ लिया। इससे पहले कि स्टाफ को बुला पाती, वह कक्ष से बाहर चले गए।
रात को यह घटना शिक्षिका (प्राचार्य) ने अपने पति को बताई। इसके बाद 28 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक को शिकायत की। फिर 13 नवंबर को दोबारा आवेदन दिया। शिक्षिका ने बताया कि एसपी ने राघौगढ़ एसडीओपी को निर्देश भी दिए थे, लेकिन कार्रवाई न होने पर 17 नवंबर को एक बार फिर आवेदन दिया।
वो तो पूर्व प्राचार्य पर भी आरोप लगा चुकी है
इस संबंध में स्कूल के वरिष्ठ अध्यापक से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि प्राचार्य की शिकायत बेबुनियाद एवं तथ्यहीन है। जिस समय (दोपहर 1 बजे) की घटना वे बता रहीं है। उस समय मैं स्कूल में ही नहीं था। मेरे मोबाइल की लोकेशन भी ट्रेस की जा सकती है। शिक्षिका से प्राचार्य का प्रभार न छिन जाए इसलिए झूठी शिकायत की है। इससे पहले भी वे पूर्व प्राचार्य पर आरोप लगा चुकी हैं। जबकि एक माह से उनसे बात ही नहीं हुई है, तो राजीनामे का दबाव बनाने का सवाल ही नहीं उठता।
शिक्षिका द्वारा शिकायत की है, जिसकी जांच चल रही है। इसके साथ ही बयान भी लिए जा रहे हैं। मामला स्कूल परिसर से जुड़ा हुआ है इसलिए स्कूल स्टाफ से भी वस्तुस्थिति के बारे में पता कराया जा रहा है।
अनुराग पांडेय, एसडीओपी, राघौगढ़