विरोध के बावजूद शिवराज ने जिस कंपनी को ठेका दिया, वो अब कालाधन जांच की जद में

भोपाल। मध्यप्रदेश में तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद शिवराज सिंह सरकार ने जिगित्सा हेल्थकेयर कंपनी को 108 ऐंबुलेंस के संचालन का काम सौंपा था। अब इसी कंपनी का नाम पैराडाइज़ पेपर्स कांड में सामने आया है। कंपनी कालाधन जांच की जद में आ गई है। आरोप है कि उसने कालाधन सफेद करने के लिए विदेश में स्थित फर्जी कंपनी में पैसा लगाया। बता दें कि यह कंपनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री वायलार रवि के बेटे रवि कृष्णा की है। चौंकाने वाली बात यह है कि कंपनी राजस्थान में ब्लैक लिस्टेड है। कांग्रेसी नेताओं द्वारा संचालित है और विरोध भी हुआ बावजूद इसके उसे ठेका दे दिया गया। 

जिगित्सा हेल्थकेयर कंपनी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन कर रही है। पैराडाइज़ पेपर्स में खुलासा हुआ है कि जिगित्सा हेल्थकेयर कंपनी में मॉरीशस की कंपनी का निवेश हुआ है। मॉरिशस स्थित रेडेक एक्स लिमिटेड कंपनी ने जिगित्सा हेल्थकेयर में निवेश किया था जिसका नाम मार्च साल 2008 में ग्लोबल मेडिकल रिस्पॉन्स इन इंडिया लिमिटेड कर दिया गया था। इसी कंपनी का निवेश जिगित्सा हेल्थ केयर में हुआ।

राजस्थान में ब्लैकलिस्टेड है कंपनी
जिगित्सा कंपनी राजस्थान में ब्लैकलिस्टेड है, कंपनी पर करोड़ों के एंबुलेंस घोटाले का आरोप है। कंपनी के डायरेक्टर कृष्णा रवि पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता वायलार रवि के बेटे हैं। कंपनी से काफी लंबे वक्त तक पी चिदंबरम के बेटे कीर्ति चिदंबरम जुड़े रहे। मामले में सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है। हाल में ही ईडी ने कंपनी की 12 करोड़ की प्रॉपर्टी को अटैच किया है।मध्य प्रदेश में सितंबर 2015 में जब कंपनी को जब टेंडर दिया गया, इसका काफी विरोध हुआ परंतु सीएम शिवराज सिंह ने किसी की एक ना सुनी। 

कांग्रेसियों की है कंपनी 
नरेश जैन: कंपनी के को-फाउंडर नरेश जैन के कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध रहे हैं। राजस्थान में घोटाले के आरोप की जांच में फंसी जिगित्सा हेल्थकेयर कंपनी की टेंडरिंग के दौरान हुए घपले में सीबीआई और ईडी की जांच चल रही है जिसमें नरेश जैन के अलावा राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम भी शामिल रहा है। 

रवि कृष्णा: रवि कृष्णा पूर्व केंद्रीय मंत्री वायलार रवि के बेटे हैं। रवि कृष्णा कंपनी के को-फाउंडर और डायरेक्टर हैं। राजस्थान विधानसभा में 2012 में 108 संचालन में हुए घोटाले की गूंज उठी थी जिसमें रवि कृष्णा का नाम सामने आया था। 

शफि माथेर: शफि माथेर के भी ब़डे नेताओं के साथ संबंध रहे हैं। कभी केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के करीबी कहे जाने वाले माथेर, राहुल गांधी के भी कुछ वक्त के लिए एडवाइजर रहे हैं। 

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