जयपुर। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जोधपुर जेल में बंद आसाराम के समर्थकों का हुडदंग अब बढ़ता जा रहा है। जैसे जैसे मामला फैसले की तरफ बढ़ रहा है वैसे वैसे हुडदंग भी बढ़ रहा है। पुलिस का कहना है कि समर्थकों को रिमोट किया जा रहा है। पुलिस की हर कोशिश को हुडदंगी नाकाम कर देते हैं। कोर्ट ने आसाराम को फटकार लगाते हुए कहा कि यदि समर्थकों पर नियंत्रण नहीं किया तो सुनवाई जेल में शिफ्ट कर दी जाएगी।
आसाराम के मामले की सुनवाई की जैसे-जैसे समाप्ति की ओर जा रही है, जोधपुर में आसाराम के समर्थकों की संख्या और उनका हुडदंग बढ़ता जा रहा है। इसी को देखते हुए सरकार की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में आसाराम मामले की सुनवाई को जेल में ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग से करवाने को लेकर याचिका दायर की गई थी। जोधपुर में जस्टिस गोविन्द माथुर व जस्टिस विनीत कुमार माथुर की खंडपीठ में सुनवाई हुई।
सरकार की ओर से कहा गया कि पुलिस विभाग पूरा प्रयास कर रहा है कि समर्थकों को नियंत्रित किया जाए, लेकिन कहीं ना कहीं आसाराम के समर्थक परेशान खड़ी कर देते हैं। ऐसा लगता है जैसे की उनको मॉनिटर किया जा रहा हो।
इस पर हाईकोर्ट ने फटकार लगाते हुए मौखिक रूप से कहा कि समर्थकों को नियंत्रित करें अन्यथा जेल में सुनवाई को शिफ्ट किया जाएगा। मामले में दो सप्ताह बाद हाईकोर्ट ने प्रगति रिपोर्ट व हालातों की जानकारी पेश करने के निर्देश दिए हैं।