आनंद ताम्रकार/बालाघाट। यहां 4 दिन के नवजात शिशु की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। शादी को पूरे 9 माह भी नहीं हुए थे और नवविवाहिता ने एक बालक को जन्म दिया। पति ने इस पर संदेह जताया और डीएनए टेस्ट की मांग कर डाली। नवविवाहिता ने अपने ही शिशु की गला दबाकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि पति ने दावा किया था कि यह संतान उसकी नहीं है बल्कि महिला विवाह से पहले ही गर्भवती थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शिशु की हत्या की पुष्टि हुई है। पुलिस ने प्रसूता मां को हिरासत में ले लिया है। अस्पताल से उसके डिस्चार्ज होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चांगोटोला पुलिस थाने के अंतर्गत हिरवाटोला निवासी चंचल भगत का विवाह लामता थाने के सेरवी निवासी रीना भगत से 9 मई 2017 को विवाह हुआ था। विवाह के 6 महिने 2 दिन बीतने के बाद 11 नवंबर को नरमल डिलेवरी से ट्रामा सेंटर मे रीना ने पुत्र को जन्म दिया।
9 माह से पूर्व ही पत्नी के स्वस्थ शिशु को जन्म देने बाद से पति चंचल भगत नाराज था। उसने नवजात शिशु को अपना पुत्र ना मानते हुये उसे अपनाने से इंकार कर दिया था। बच्चे के जन्म के बाद से ही पूर्व प्रेम प्रंसग के उजागर होने के भय से रीना भगत ने शिशु की गला दबाकर हत्या कर दी और उसे किसी घटना विशेष का रूप देने का प्रयास किया तथा मृत बच्चे के मौत के संबंध में बार बार अपने बयान बदलते रही।
पति द्वारा डीएनए टेस्ट की बात करने पर वह धबरा गई और उसने यह दुष्कृत्य कर दिया। प्रशांत यादव थाना प्रभारी के अनुसार ट्रामा सेंटर में जन्मे 4 दिन के मासूम बच्चे की मृत्यु होने के मामले में पीएम रिपोर्ट में बच्चे की हत्या किये जाने के प्रमाण मिले हैं। जिसमें जांच के बाद नवजात बच्चे की मां के खिलाफ हत्या का मामल दर्ज किया गया है। चूंकि अभी बच्चे की मां अस्पताल में भर्ती है इस लिये वहां महिला आरक्षक की तैनाती कर दी गई है। जैसे ही उसे डिस्चार्ज किया जायेगा उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा।