आरा/बिहार। जिस नवदंपत्ति का पूरे विधिविधान के साथ समाज के सामने 7 जन्मों का रिश्ता जोड़ा गया था वो 7 माह भी नहीं चल सका। शादी के तत्काल बाद ही पूजा सिंह को अपने पति मनोज कुमार की पर्सनल लाइफ की कुछ ऐसी बातें पता चलीं कि वो सारे सपने तोड़कर अपने मायके लौट गई। 15 दिन पहले मनोज उसे लिवाकर लाया था। आज फंखे पर झूलती हुई पूजा की लाश मिली। गर्दन पर घाव भी है। मामला हत्या का दर्ज किया गया है।
अवैध संबंध को बताया जा रहा हत्या का कारण
शाहपुर थाना एरिया में रविवार की सुबह तीन मंजिले मकान के ग्राउंड फ्लोर से नवविवाहिता की डेडबॉडी बरामद की गई। मामले में मृतका के पिता की ओर से पति, सास व ससुर समेत पांच पर प्रताड़ना और हत्या का केस दर्ज कराया है। मृतका 20 साल की पुजा कुमारी ईश्वरपुरा-मानसिंगपुर गांव के रहने वाले रेलवकर्मी मनोज कुमार महतो की पत्नी थी। पूजा की गर्दन पर जख्म के निशान पाए गए हैं। हत्या की वजह अवैध संबंध का विरोध बताया जा रहा है।
कमरे में सिलिंग पंखे से लटकी हालत में मिली पूजा
इधर, करनामेपुर ओपी प्रभारी शंभू कुमार घटना की जानकारी मिलने के बाद ईश्वरपुरा-मानसिंगपुर गांव पहुंचे। वशिष्ठ महतो के तीन मंजिले मकान के ग्राउंड फ्लोर के कमरे से विवाहिता का शव बरामद किया गया। पूजा की लाश सिलिंग फैन के पंखे से लटक रही थी। गर्दन में सफेद रंग का गमछा बंधा था। जिसे जब्त कर लिया गया।
15 रोज पहले आई थी मायके से ससुराल
दुर्गादत्त सिंह की बेटी पूजा की शादी 29 अप्रैल 2017 को मनोज कुमार के साथ हुई थी। पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही दहेज के लिए बेटी को प्रताड़ित किया जा रहा था। इस बीच मांग पुरी नहीं होने पर उसकी हत्या कर दी गयी। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर को बेटी मायके से विदा होकर अपने ससुराल आई थी। डेढ़ बीघा जमीन बेचकर शादी किए थे। उनके दामाद का अवैध संबंध रिश्तेदार की ही एक लड़की से चला आ रहा था। इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी। उनकी बेटी इसका विरोध करती थी। अभी 8 नवम्बर को उनके दामाद छुट्टी लेकर अपने गांव आया हुआ था। तीन दिन से बेटी को प्रताड़ित किया जा रहा था। इस बीच बेटी को मार डाला गया।