हरियाणा। झज्जर जिले में बेखौफ बदमाशों ने छुट्टी पर आए एक फौजी की 14 गोलियां मारकर बेरहमी से हत्या कर दी। बदमाश फॉरचूनर गाड़ी में आये थे। घटना को अंजाम देते ही मौके से फरार हो गये। घटना के वक्त फौजी अपनी डेढ साल की बेटी के साथ गली में टहल रहा था।अचानक हुए हमले ने फौजी को संभलने तक का समय नहीं मिला। जब तक घर वाले कुछ समझ पाते तब तक फौजी दम तोड़ चुका था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और की नाकाबंदी भी की, लेकिन तब तक हमलावर पुलिस की पकड़ से काफी दूर निकल चुके थे। मृतक फौजी की पहचान बरहाना गांव निवासी तीस वर्षीय जोगेन्द्र के रूप में हुई है। जोगेंद्र भारतीय सेना में कार्यरत था और श्रीनगर के उधमपुर स्थित आर्डिनेंस डीपो में तैनत था। जोगेंद्र दो सप्ताह पहले ही एक महीने की छुट्टी लेकर घर आया था।
शुक्रवार देर शाम वह अपने घर के बाहर घूम रहा था। उसी दौरान 4 बदमाश फॉरचूनर गाडी में सवार होकर आये और उस पर ताबडतोड गोलियां बरसानी शुरू कर दी। हमलावरों द्वारा की गई फायरिंग के दौरान सभी गोलियां जोगेन्द्र को ही लगी और थोड़ी ही देर मे वह खून से लथपथ होकर वहीं गली में जा गिरा।
संयोग यह रहा कि इस घटना में जोगेन्द्र की डेढ़ साल की मासूम बच्ची बाल-बाल बच गई। मौके पर पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी बुलवाया। टीम ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना भी किया. बाद में जोगेन्द्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए झज्जर के सामान्य अस्पताल में भिजवाया गया।
जोगेंद्र का भाई राजपाल आपराधिक मामले में जेल में बंद है। फिलहाल, पुलिस जोगेंद्र के भाई द्वारा की गयी वारदातों की भी जानकारी जुटा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बदला लेने की नीयत से ही जोगेंद्र की हत्या की गयी होगी। हालांकि, हत्या के असली कारणों का पता तो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही चल सकेगा।