भूख से मौत का दुख लेकिन आधारकार्ड के बिना राशन नहीं देंगे: खाद्य मंत्री

भोपाल। झारखंड के सिमडेगा में राशन नहीं मिलने से एक 11 साल की बच्ची की दो दिन पहले हुई मौत पर एमपी के खाद्य मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बच्ची की मौत का दुख है, लेकिन आधार कार्ड जरूरी है। मंत्री ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि झारखंड की घटना दुखद है ऐसा नहीं होना चाहिए था, लेकिन यह भी समझना होगा कि राशन कार्ड कई चीजों के लिए अनिवार्य है। इसलिए आधार कार्ड का होना अनिवार्य है। हमारी सरकार राज्य में सभी नागरिकों के आधार बनवाने का काम तेजी से कर रही है। अभी प्रदेश में आधार को अनिवार्य नहीं किया गया है। सबसे पहले सभी नागरिकों का आधार बन जाए।

उन्होंने कहा कि हम ऐसे परिवारों की लिस्ट बना रहे हैं, जिनके पास राशन कार्ड तो है, लेकिन आधार नहीं है। इनकी सूची प्रदेश के सभी जिलों से बनवा रहे है। सूची तैयार हो जाने पर इन परिवारों को मैन्युअली राशन भेजा जा सकेगा।

गौरतलब है कि पीडीएस सिस्टम के तहत राशन कार्ड का आधार से लिंक नहीं होने के चलते परिवार को राशन नहीं मिल पाया था, जिससे परिवार को खाना नहीं मिला और बच्ची ने भूख से दम तोड़ दिया था। मध्य प्रदेश में राशन कार्ड आधार से लिंक करने के बाद से राशन की दुकानों में पीओएस मशीनों से राशन देने का सिस्टम लागू किया गया है। जिन परिवारों में आधार कार्ड नहीं बना है। उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है।

सिमडेगा, झारखंड में बच्ची की भूख से मौत चर्चा का विषय बनी थी, साथ ही आधार कार्ड पर भी सवाल उठ रहे थे। उस बच्ची की मां का कहना था कि बच्ची ने 4-5 दिनों से खाना नहीं खाया था। हमारा राशन कार्ड आधार नहीं होने से छह महीने पहले राशन कार्ड रद्द कर दिया गया था। इससे उन्हें फरवरी से राशन नहीं मिल सका था और गरीबी की वजह से परिवार बाहर से राशन नहीं खरीद पाया था।

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