भोपाल। सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही ब्राह्मण कार्ड खेला है। दलित वोटों के दम पर 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे सीएम शिवराज सिंह ने यहां से शंकरलाल त्रिपाठी को टिकट दिया है। त्रिपाठी भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता हैं। उनका पार्टी और क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है। कांग्रेस ने भी उनसे मुकाबला करने के लिए ब्राह्मण राजपरिवार के नीलांशु चतुर्वेदी को उतारा है। नीलांशु की भी इलाके में अच्छी पकड़ है। वो नगरपालिका अध्यक्ष रहे फिर अपनी बहन को नपाध्यक्ष बनाया और अब विधानसभा का टिकट मिला है। इसी के साथ तय हो गया कि मुकाबला टक्कर का होगा।
नीलांशु चतुर्वेदी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की पसंद बताए जाते हैं। सतना क्षेत्र सिंह के प्रभाव वाला होने के कारण प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें प्रत्याशी चयन की जिम्मेदारी सौंपी थी। बताया जाता है कि चतुर्वेदी ब्राह्मण राजपरिवार से हैं। इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के बाद नीलांशु ने समाजसेवा के क्षेत्र में काम किया। वे 2009 में नगर पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद अभी उनकी छोटी बहन प्राची नगर पालिका अध्यक्ष हैं। नीलांशु चतुर्वेदी ने बताया कि वे सोमवार को नामांकन पर्चा भरेंगे।
भाजपा के उम्मीदवार का पर्चा भरवाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान सोमवार को सतना जाएंगे। भाजपा की तरफ से उम्मीदवार के लिए तय किए गए पैनल में शंकरलाल त्रिपाठी का नाम था। त्रिपाठी को क्षेत्र में जमीनी कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है। वे बीरसिंहपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष भी रह चुके हैं। दूसरी तरफ, टिकट की दावेदारी कर रहे रिटायर्ड पुलिस अधिकारी पन्नालाल अवस्थी अब प्रत्याशी के रूप में अपना नाम वापस ले लेंगे। उन्होंने शनिवार को ही नामांकन जमा कराया था। अवस्थी ने कहा कि भाजपा ने जिसे उम्मीदवार बनाया है, मैं उनके लिए काम करुंगा। चुनाव लड़ने की मेरी इच्छा थी, लेकिन प्रत्याशी तय करना पार्टी का काम है।