BJP नेताओं ने जिस ताजमहल को शर्मनाक बताया था, योगी आदित्यनाथ ने वहीं झाडू लगाई

नई दिल्ली। भाजपा भी अब 2 हिस्सों में बंट गई है। एक बौद्धिक हमलावर और दूसरे सत्ताधारी नेता। कई बार ऐसा होता है कि भाजपा के बौद्धिक हमलावर जिस चीज पर हमला करते हैं, भाजपा के सत्ताधारी उसी चीज की सुरक्षा के लिए तैनात हो जाते हैं। आगरा में स्थित ताजमहल मामले में भी ऐसा ही हुआ। संगीत सोम सहित तमाम भाजपा नेताओं ने जिस ​आश्चर्यजनक निर्माण को शर्मनाक बताया था, सीएम योगी आदित्यनाथ ने उसी ताजमहल में जाकर झाडू लगाई और प्रकट किया कि वो ताजमहल की रक्षा और विकास के लिए काम कर रहे हैं। 

सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को एक दिन के दौरे पर आगरा पहुंचे। सबसे पहले वे ताजमहल के पश्चिमी गेट गए। यहां उन्होंने झाड़ू लगाई और शहर में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। यहां वे करीब 30 मिनट तक रहे। ताजमहल पहुंचते यहां बीजेपी समर्थकों ने योगी-योगी और जय श्रीराम के नारे लगाए। बता दें कि ताजमहल पर विवाद बढ़ने के बाद योगी के इस दौरे को डैमेज कंट्रोल माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि विवाद को खत्म करने के लिए इस दौरे को प्लान किया गया। बीजेपी विधायक संगीत सोम ने कहा था कि इसे इतिहास से निकाल देना चाहिए। 

योगी आगरा फोर्ट से ताजमहल के बीच रिवाईटलाईसेशन ऑफ शाहजहां पार्क और टूरिस्ट वॉक-वे का शिलान्यास करेंगे। जानकारों की मानें तो आगरा दौरे पर सीएम योगी ताज विवाद को खत्म करने की कोशिश करेंगे। इस दौरान योगी ताज प्रोजेक्ट का रिव्यू भी करेंगे। दरअसल, ताज प्रोजेक्ट वर्ल्ड बैंक की मदद से चलने वाले वह प्रोजेक्ट हैं, जिससे ताजमहल के आसपास के इलाके का डेवलपमेंट हो सके। ताजमहल से लेकर आगरा किले तक दो किमी के रास्ते पर कॉरिडोर बनाने की बात की गयी थी। इस कॉरिडोर में शॉपिंग-टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, एम्यूजमेंट पार्क और रेस्त्रां बनाए जाने हैं।

संगीत सोम ने दिया था विवादित बयान
बीजेपी एमएलए संगीत सोम ने ताज महल को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास जिसमें अपने पिता को ही कैद कर डाला गया था। मुगल शासक बाबर, अकबर और औरंगजेब गद्दार थे और इनका नाम इतिहास के पन्नों से निकाल दिया जाएगा। ताज महल को बनवाने वाले ने अपने पिता को कैद किया था और अपने राज में बहुत से हिंदुओं का सर्वनाश किया था।

अखिलेश ने ट्वीट कर योगी पर तंज कसा
योगी के आगरा पहुंचते ही पूर्व सीएम अखिलेश ने ट्वीट कर तंज कसा। उन्होंने लिखा- 'ये प्यार का तीर्थ, यहां भी आते रहना।' इस ट्वीट को कई लोगों ने पसंद किया और करीब 1 घंटे में 3000 से ज्यादा लोगों ने पसंद किया। वहीं, करीब 500 से ज्यादा लोगों ने रिट्वीट किया।

ताज महल को लेकर क्या है विवाद?
हाल ही में यूपी की टूरिज्म मिनिस्ट्री से जारी बुकलेट में कुशीनगर और गोरखनाथ मंदिर जैसे कई स्थानों को शामिल किया गया, लेकिन ताज महल का जिक्र नहीं किया गया। इस पर वि‍वाद शुरू हो गया। विवाद के बाद यूपी टूरिज्म के डायरेक्टर अवनीश अवस्थी ने कहा, ''बुकलेट में सिर्फ उन कामों का जिक्र है, जो यूपी सरकार उन जगहों पर करवा रही है या आगे करवाने वाली है।''

मामले को बढ़ता देख यूपी की टूरिज्म मिनिस्टर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आगरा के ताज महल समेत राज्य के कल्चरल हेरिटेज का पूरी तरह डेवलपमेंट सरकार की प्रायोरिटी है। ताज महल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और विश्व विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक है। इस बुकलेट में पर्यटन विभाग की अन्य महत्वपूर्ण परियोजना शीर्षक के तहत (पेज संख्या-5) आगरा और ब्रज के विकास का जिक्र किया गया है।

रीता ने कहा, ''आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डेवलप कराया जा रहा है। इन कोशिशों से पर्यटन के मानचित्र पर आगरा को एक नई पहचान मिलेगी।'' उन्होंने कहा कि पर्यटन की वेबसाइट पर ताज महल सबसे ऊपर दिखता है। वहीं, विवाद के बाद 2018 के लिए योगी सरकार ने हेरिटेज कैलेंडर में भी ताज महल को शामिल किया।

योगी ने कहा था- भारत माता के सपूतों के खून और पसीने से बना है ताज महल
17 अक्टूबर को गोरखपुर में सीएम योगी ने कहा था, ''यह महत्व नहीं रखता कि इसे (ताज महल) किसने और क्यों बनवाया। यह भारत माता के सपूतों के खून-पसीनों से बना है। इसकी सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से आगे के विकास की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश सरकार की है। ताज महल हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है, खासकर टूरिस्ट्स के लिए। हमारी प्राथमिकता यही है कि वहां सुविधाएं हों और टूरिस्ट सुरक्षित रहें।

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