मार्च 2018 तक कई चमत्कार दिखाएंगे धनु के शनि

26 अक्टूबर से शनिदेव धनु राशि और मूल नक्षत्र मॆ प्रवेश कर जायेंगे। शनिदेव का यह परिवर्तन स्थायी रूप से बड़ा और महत्वपूर्ण परिवर्तन है। इस समय शनिदेव न केवल राशि परिवर्तन करेंगे अपितु नक्षत्र परिवर्तन भी होगा। इसका बड़ा प्रभाव अर्थव्यवस्था मॆ देखने को मिलेगा। पिछले ढाई वर्ष से शनि भगवान चंद्र की नीच राशि वृश्चिक मॆ थे। इसके कारण कामधंधों मॆ चंद्र का नीच प्रभाव अर्थात काम की ऐसी दशा हो गई की लोगो का काम धंधों से मन हट गय़ा। ये शनि महाराज की चंद्र की नीच राशि मॆ होने का परिणाम था।

26 अक्टूबर से शनि महाराज चंद्र की नीच राशि वृश्चिक से गुरु की मूल त्रिकोण राशि धनु मॆ जो की केतु की उच्च राशि मॆ प्रवेश करेंगे। साथ ही 2 मार्च तक ये केतु के नक्षत्र मॆ रहेंगे। जिससे विश्वस्तर तथा भारत मॆ कामकाज की स्थिति सुधरेगी। रोजगार व नौकरी मॆ वृद्धि होगीं जिससे लोगो मॆ उत्साह का वातावरण बनेगा। निवेश मॆ वृद्धि होगीं, बाजार मॆ विश्वास का माहौल बनेगा, व्यापार मॆ धन के प्रवाह मॆ वृद्धि सभी वर्ग को लाभ देंगी।

केतु (मूल) के नक्षत्र मॆ शनि का प्रभाव
26 अक्टूबर 2107 से 2 मार्च 2018 तक शनि महाराज केतु के नक्षत्र मॆ रहेंगे। केतु देव वर्तमान मॆ शनि की राशि मॆ ही विराजमान है। इसीलिये आकस्मिक और लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे, केतु ग्रह विजय, समाधान तथा दिशा निर्देश का काम करता है। इसलिये वर्तमान मॆ परेशान व्यापारी को आगे कैसे कार्य करना है। इसके लिये केतु महाराज गाइड का कार्य करेंगे, लोग निवेश के प्रति उत्साहित होंगे जिससे रोजगार मॆ वृद्धि होगी।

विशेष सलाह
सभी व्यापारी तथा कामकाजी लोगो को शनि की बदलती स्थिति के सापेक्ष बदलते घटनाक्रम पर बेहद सावधानी पूर्वक नज़र रखकर कार्य करना चाहिये। इस समय किया गया कार्य व निवेश आपको भविष्य मॆ अच्छा लाभ देगा।

लोहा तेल, प्रॉपर्टी मॆ लाभ
शनि वैसे सभी कर्मों पर अपना प्रभाव रखते है इसीलिये सभी व्यापार मॆ परिवर्तन देखने को मिलेंगे,लेकिन तेल,प्रॉपर्टी,लोहा तथा वाहन उद्योग मॆ बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा।
प.चन्द्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460932
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