गुरुग्राम। देश के टॉप 10 स्कूलों में शुमार RYAN INTERNATIONAL SCHOOL में बच्चों के एडमिशन के लिए डोनेशन और सिफारिशें लगतीं हैं परंतु अब हालात बदल गए है। प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद लोग अपने बच्चों को स्कूल से निकाल रहे हैं। उन्होंने टीसी के लिए अप्लाई किया है। स्कूल खुलने के बाद भी कई पेरेंट्स ने बच्चों को नहीं भेजा। प्रद्युम्न की बहन भी स्कूल नहीं आई और उसे लेकर उसके पिता ने कहा है कि बेटी को अब स्कूल नहीं भेजूंगा चाहे उसका साल बर्बाद हो जाए।
बता दें कि प्रद्युम्न की हत्या के 10 दिन बाद स्कूल सोमवार को फिर खुला। अगले तीन महीने तक स्कूल का मैनेजमेंट प्रशासन के हाथ में रहेगा। स्कूल खुलने को लेकर प्रद्युम्न के पिता ने विरोध जताते हुए कहा कि इससे हत्या के सबूत नष्ट होने का खतरा रहेगा। स्कूल खुलते ही बच्चे वक्त पर पहुंचे लेकिन उनमें और उनके माता-पिता में अजीब सा डर समा गया है। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो इसके चलते माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल लेकर पहुंचे लेकिन उनके चेहरों पर डर साफ नजर आ रहा था। अभिभावकों की शिकायत है भले ही सरकार ने स्कूल को तीन महीने के लिए टेकओवर कर लिया है, लेकिन सुरक्षा को लेकर प्रशासन के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
एक बच्चे के पिता ने कहा कि हमारे बच्चे जब तक स्कूल से घर नहीं आ जाएंगे हमें डर रहेगा। वहीं एक अन्य ने कहा कि स्कूल के स्टाफ का बैकग्राउंड चैक होना चाहिए साथ ही स्कूल में पढ़े-लिखे लोगों को नौकरी दी जानी चाहिए। हालांकि, स्कूल में सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए थे और जिस शौचालय में प्रद्युम्न की हत्या हुई उसे सील कर दिया गया था। उस एरिया में किसी को नही जाने दिया गया। बच्चों व स्टाफ के लिए अलग-अलग मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की गई थी।