इंदौर। OLA CAB के ड्राइवरों की मनमानी बढ़ती जा रही है। ज्यादातर ड्राइवर अकेली महिलाओं को शिकार बना रहे हैं। राइड शुरू होने के बाद ड्राइवर अपना जाल फैलाना शुरू करते हैं। यदि महिला उनके जाल में नहीं फंसती तो उसे मंजिल पर पहुंचाने से पहले ही उतारकर चले जाते हैं। अकेली महिला बीच रास्ते पर विवाद में पड़ने के बजाए ड्राइवर को पूरा बिल चुका देतीं हैं। ऐसी तमाम शिकायतें आ रहीं हैं लेकिन आज तो एक गजब का मामला सामने आया है। ओला कैब के ड्राइवर ने एक विदेशी महिला से 27 किलोमीटर के लिए 7 हजार रुपए किराया मांगा। जब महिला ने इंकार किया तो उसे सुनसान इलाके में छोड़कर भाग गया। वहां मौजूद बदमाशों ने महिला के साथ गंदी हरकतें शुरू कर दीं। वो तो अच्छा हुआ किसी ने गश्त पर मौजूद पलासिया थाना प्रभारी धैर्यशील येवले ठाणे को सूचना दे दी और वो तत्काल मौके पर पहुंच गए।
स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत आईआईएम इंदौर में स्टडी के लिए फ्रांस से आई एक युवती और दो युवक शॉपिंग के लिए विजय नगर गए थे। रात 12 बजे वहां से वापस 27 किमी आईआईएम जाने के लिए वे कैब में बैठे। ड्राइवर से किराया पूछा तो उसने 7 हजार रुपए बताया। इतना ज्यादा किराया देने से इनकार किया तो ड्राइवर इंडस्ट्री हाउस के सामने उन्हें छोड़कर भाग गया। तभी विदेशी युवती को सड़क पर देख वहां से गुजर रहे कुछ नशेड़ी युवक छेड़छाड़ करने लगे।
पलासिया टीआई को इसकी जानकारी लगी तो वे मौके पर पहुंचे और खुद ऑटो का किराया देकर उन्हें आईआईएम कैंपस तक सुरक्षित पहुंचाया। पुलिस की मदद पाकर स्टूडेंट्स ने टीआई और जवानों को सैल्यूट कर उनका अभिवादन किया।
जानकारी के अनुसार 20 साल की युवती लूरा ग्रुजेल अपने दो साथी युवकों इमिलिएन जॉनी और सायबवेन क्रिस्टेन के साथ फ्रांस से यहां स्टडी टूर पर आई है। तीनों रात करीब 12 बजे इंडस्ट्री हाउस के पास खड़े थे, तभी एमआईजी की ओर से बाइक से आए तीन युवकों ने छेड़छाड़ शुरू कर दी, लेकिन वे हिंदी नहीं समझे और बार-बार आईआईएम जाने के लिए रास्ता पूछते रहे।
इस दौरान नशेड़ी युवक उन्हें परेशान करते रहे। जब उन्हें खतरा महसूस हुआ तो एक स्टूडेंट ने सड़क पर आकर राहगीरों से मदद की गुहार लगाने लगा। जैसे ही यह जानकारी पलासिया टीआई धैर्यशील येवले को लगी तो वे एसआई मिलिंद सुलिया और आरसी राठौर को लेकर मौके पर पहुंचे और विदेशी युवती समेत दो अन्य युवकों को आईआईएम कॉलेज ऑटो से भिजवाया। ऑटो का भाड़ा चार सौ रुपए भी थाना प्रभारी ने खुद चुकाए। पुलिस अब शहर में लगे तमाम सीसीटीवी के आधार पर उस ओला कैब चालक की तलाश कर रही है।