गुरू का राशि परिवर्तन: पढ़िए किसकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा

देवगुरु बृहस्पति मीन और धनु राशि के स्वामी, अर्थ, वित्त खानपान तथा ज्ञान के स्वामी नैसर्गिक शुभ ग्रह गुरु का तुला राशि में परिवर्तन होने जा रहा है। शनिदेव 25 अक्टूबर से गुरु की मूल त्रिकोण राशि धनु में ही रहेंगे। एक तरह से शनि का गुरु की राशि में आना शनि ग्रह जो की कार्य, उद्योग तथा नौकरी के स्वामी है उनका गुरु के प्रभाव में आना सभी व्यापारी वर्ग के लिये एक शुभ संकेत है। शनि के गुरु के राशि में आने से व्यापारी, उद्योगपतियों के बीच समन्वय प्रारम्भ होगा,जिससे कामकाज में अच्छा माहौल तैयार होगा। नई नौकरियों का सृजन होगा। धर्म के क्षेत्र में क्रांति का योग। राम मंदिर के निर्माण का महत्वपूर्ण कार्य सरकार पूरा करेगी।

समुद्री तूफानों से तबाही
दक्षिणी पश्चिमी समुद्र आसपास के हिस्सों में भयानक तबाही मचायेगा।आस्ट्रेलिया, न्यूजीलेन्ड, इंडोनेशिया, फिलिपीन्स, अफ्रीका तथा दक्षिण अमेरिका का क्षेत्र समुद्री तूफान से जनहानि का केन्द्र रहेगा, भारत के लिये केरल कर्नाटक, गोआ, महाराष्ट्र में समुद्री तूफान का संकट रहेगा।

सोना चांदी में तेजी का योग
इस वर्ष सभी धातुओं खासकर जो मूल्यवान है उसमे तेजी रहेगी।सभी प्रकार की धातुओं के मूल्यवृद्धि का योग।

सभी राशियों के लिये गुरु का फल
*मेष*-इस राशि में गुरु परम कारक राज्यकृपा तथा सभी प्रकार की कृपा का कारक होता है।जो बच्चे राज्य की नौकरी की तैयारी कर रहें है उनके लिये स्वर्णिम समय।कामकाज में वृद्धि का योग।परिवार में मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे।वरिष्ठ लोगो की कृपा मिलेगी,आमदनी में वृध्दि का योग।धार्मिक यात्रायें होगीं।
*वृषभ*-इस राशि में गुरु छठे स्थान में स्थित होकर कुछ आर्थिक समस्याएँ लायेगा साथ ही रोग,शत्रु व समस्याओं का निराकरण करेगा।औधोगिक क्षेत्र में शासकीय कर्ज या जटिल समस्याओं के निराकरण जैसे मुद्दों पर कार्य होगा।
*मिथुन*-पांचवां गुरु शिक्षा,संतान,मित्र तथा खास निर्णयों को आपके पक्ष में करेगा।आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।भाग्यवर्धक शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।परिवार जीवनसाथी के लिये यह गुरु शुभ परिणाम देगा।नौकरी कामकाज में स्थिति सुधरेगी।साझीदारी के कार्यों में खास सफलता का योग।
*कर्क*-इस राशि में उच्च तथा सबसे शुभ माने जाने वाला ग्रह मकान,वाहन की प्राप्त तथा सामाजिक मान सम्मान में वृद्धि करेगा।कर्मक्षेत्र में उन्नति का योग।नौकरी में मान सम्मान की वृद्धि होगीं।विदेश यात्रा के योग बनेंगे।वरिष्ठ जनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
*सिंह*-तीसरे स्थान का गुरु आपके भाग्य,पत्नी परिवार,साझीदार तथा आर्थिक क्षेत्र में उन्नति के योग बनायेगा।शिक्षा के लिये प्रवास का योग बनेगा।बाहरी क्षेत्रों से खास मदद का योग।
*कन्या*-दूसरे स्थान में गुरु का भ्रमण धनवृध्दि का कारण बनेगा।परिवार में नये मेहमान तथा अतिरिक्त धन का आगमन होगा।मकान वाहन से जुड़े कार्यों में सफलता का योग।मांगलिक कार्य सम्पन्न होंगे।
*तुला*-लग्न से गुरु का भ्रमण कोई विशेष जिम्मेदारी देगा।भावना में बहकर बड़प्पन लेना कष्ट का कारण बनेगा।आर्थिक जिम्मेदारी तनाव का कारण बनेगी।कोर्ट कचहरी के निर्णय तकलीफ दे सकते है स्वास्थय का ध्यान रखें।किसी अच्छॆ ज्योतिष की सलाह से गुरु ग्रह की शांति तथा दान करें।
*वृश्चिक*-बारहवें स्थान का गुरु शिक्षा,परोपकार से जुड़े कार्यों में खर्च करायेगा।संतान,मित्र आदि के लिये विशेष खर्च का योग।धर्म,अध्यात्म तथा ज्ञान सम्बंधी कार्यों में समय बीतेगा।
*धनु*-शारीरिक स्वास्थय में सुधार,महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता का योग तथा सफल यात्रा का योग।मकान वाहन तथा रोजगार में वृद्धि का योग।शिक्षा, संतान के लिये शुभ योग।परिवार में मांगलिक कार्यों का योग।शुभ समय का लाभ लें।
*मकर*-राज्य स्थान से गुरु का भ्रमण मान सम्मान की वृद्धि करेगा।बाहरी क्षेत्र में प्रवास का योग।विदेश से जुड़े कार्यों में महत्वपूर्ण सफलता का योग।व्यर्थ का बड़प्पन तकलीफ़देह होगा।विनम्र तथा चालाक बनकर कार्य करेंगे तो सफलता मिलेगी।परिवार में मांगलिक कार्यों का योग।
*कुम्भ*-नवम भाव से धनाधीपती का भ्रमण आर्थिक क्षेत्र में आपकी किस्मत चमका सकता है।व्यापार,रोजगार उद्योग धंधों में बेहतरीन सफलता का योग।किसी भी नवीन कार्य के लिये शुभ समय।शिक्षा,संतान तथा व्यक्तिगत मान सम्मान के लिये शुभ समय।
*मीन*-अष्टम भाव से गुरु का भ्रमण आर्थिक,पारीवारिक जिम्मेदारी से जुड़ी जटिल समस्याओं को हल करवायेगा।धन प्राप्ति के योग बनेंगे।समाज में मान सम्मान की वृद्धि होगीं।
*विशेष*-जिनकी जन्मपत्रिका में गुरु मिथुन(3)सिंह(5)तुला(7) राशि में जन्म पत्रिका में हो तथा जिनकी राशि लग्न मेष,मिथुन,कर्क,सिंह,कन्या,धनु,कुम्भ,मीन  हो साथ ही उन्हे गुरु की दशा भी चल रही है उन्हे सितम्बर 2017से सितम्बर 2018तक का समय उन्नतिकारक रहेगा।इस समय का आपको लाभ उठाना चाहिये।
*तुला,वृषभ,वृश्चिक मकर राशि को उक्त समय सावधानी से गुजारना चाहिये।थोड़ा सा समय विपरीत दिखने पर गुरु ग्रह की शांति व दान करना चाहिये।
प.चंद्रशेखर नेमा"हिमांशु"
9893280184,7000460931
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