भोपाल। अतिथि शिक्षकों के समान प्राइवेट स्कूल टीचर्स को भी समान कोटा देने की मांग कर रहे शैलेन्द्र गुप्ता का कहना है कि अब प्राइवेट टीचर्स के साथ अत्याचार नहीं होने देंगे। जल्द ही पूरा संगठन अपने आकार में दिखाई देगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 10 जिलों में संगठन की शुरूआत हो गई है। जल्द ही यह संगठन प्रदेश के हर शहर में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि जब प्राइवेट टीचर्स की भर्ती में सरकार इन्वाल्व हो रही है। आरटीई के नियम प्राइवेट टीचर्स पर भी लागू होते हैं और नए कोर्स पढ़ाने के लिए सरकार प्राइवेट टीचर्स की मदद ले रही है तो फिर संविदा शिक्षकों की नियुक्ति में कोटा हमारा अधिकार बन जाता है।
श्री गुप्ता ने कहा कि प्राइवेट स्कूल टीचर्स के साथ हमेशा से अन्याय होता आया है। अब हम हर स्तर पर उनकी लड़ाई लड़ेंगे। प्राइवेट स्कूल टीचर्स की समस्याओं को कलमबद्ध करेंगे और सरकार तक पहुंचाएंगे। अब ना तो स्कूल संचालक और ना ही सरकार प्राइवेट टीचर्स के साथ अन्याय कर पाएगी।
श्री गुप्ता ने कहा कि जिस तरह अतिथि शिक्षक शासकीय विद्यालयों में छात्रों को पढ़ा रहे हैं। उसी तरह प्राइवेट टीचर्स भी पढ़ा रहे हैं। निर्धारित अहर्ताएं उनके लिए भी बीएड/डीएड हैं और इनके लिए भी हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्राइवेट स्कूलों में भी निर्धन बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। अत: केवल इसलिए उन्हे दरकिनार नहीं किया जा सकता, क्योंकि वो प्राइवेट स्कूल के कर्मचारी हैं। श्रम कानूनों के तहत अतिथि कर्मचारी वो भी हैं और ये भी हैं। शासन की योजनाओं और नीतियों पर दोनों का बराबर का अधिकार है।
श्री गुप्ता ने कहा कि इस मामले को पूरी ताकत के साथ उठाया जाएगा। प्राइवेट स्कूट टीचर्स को एकजुट किया जा रहा है। जल्द ही प्राइवेट स्कूट टीचर्स भी अपने अधिकारों को छीनने के लिए सड़कों पर आ जाएंगे। सरकार कीं नींद तोड़ दी जाएगी। उसे समझना होगा कि हम सब नागरिक हैं। सबका मध्यप्रदेश पर समान अधिकार है।
शैलेन्द्र गुप्ता से संपर्क 70007 57422