नई दिल्ली। बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने भारतीय न्याय व्यवस्था पर सवाल उठा दिया है। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के बचाव में उतरे भाजपा सांसद ने कोर्ट की अवमानना कर दी है। उन्होंने ना केवल न्याय प्रक्रिया पर सवाल उठाया बल्कि डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के बाद भड़की हिंसा के लिए भी कोर्ट को जिम्मेदार ठहरा दिया। इतना ही नहीं उन्होंने कोर्ट पर साम्प्रदायिक पक्षपात करने का भी आरोप लगाया है। शायद बीजेपी सांसद चाहते हैं कि इस तरह के मामलों में फैसले बहुमत के आधार पर लिए जाएं। अक्सर विवाद बयान देने वाले भाजपा सांसद इस बयान के बाद कानूनी मकड़जाल में फंस सकते हैं। भाजपा हाईकमान भी इस मामले में साक्षी महाराज से सहमत नहीं है।
साक्षी महाराज ने कहा, 'मैं न्यायपालिका का बेहद सम्मान करता हूं, पर मैं एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि एक आदमी ने यौन शोषण की शिकायत की है और करोड़ों लोग बाबा राम रहीम को सच्चा मान रहे हैं, भगवान मान रहे हैं। ऐसे में एक की बात तो सुनी जा रही है, लेकिन करोड़ों लोगों की कोर्ट क्यों नहीं सुन रही है।
साक्षी महाराज के मुताबिक राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप भारतीय संस्कृति की छवि को धूमिल करने की कोशिश हो सकती है। साक्षी महाराज ने कर्नल पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का हवाला देते हुए कहा कि योजनाबद्ध तरीके से साधु-संन्यासी ही नहीं भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का पड्यंत्र हो रहा है। बीजेपी सांसद ने कहा कि एक शख्स राम रहीम के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत करता है, लेकिन राम रहीम के लिए करोड़ों लोग अपनी जान देने के लिए तैयार हैं। कोर्ट को इस मामले में गंभीरता बरतने की नसीहत देते हुए साक्षी महाराज ने कहा कि अगर ज्यादा बड़ी घटनाएं होती हैं, तो सिर्फ डेरा के लोग जिम्मेदार नहीं होंगे, न्यायालय भी इसका जिम्मेदार होगा। साक्षी महाराज ने सवाल किया कि जामा मस्जिद के इमाम को कोर्ट क्यों नहीं बुलाता, जिनके खिलाफ कई मामलें हैं।One person alleging sexual exploitation but crores stand with him today,why those crores of ppl are not being heard?: Sakshi Maharaj,BJP MP pic.twitter.com/GKEkgwwtRU— ANI (@ANI) August 25, 2017