भोपाल। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के तीन दिवसीय भोपाल प्रवास से कांग्रेस में खलबली मची हुई है। गुजरात में राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग से कुछ नेताओं की विश्वसनीयता कम होने से पार्टी नेताओं को आशंका है कि इस दौरान तोड़फोड़ हो सकती है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी अमित शाह से मिलने का समय मांगा है। आधिकारिक रूप से कहा गया कि वो शिवराज सिंह के भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा सौंपना चाहते हैं।
कांग्रेस में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान में हुई क्रॉस वोटिंग के समय से चिंता है। इसको पार्टी नेता छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। क्रॉस वोटिंग में जिन दो विधायकों ने एनडीए प्रत्याशी व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को वोट दिया था, उनके नाम अब तक सामने नहीं आए हैं। कांग्रेस यह कहकर अपने आपको बचा रही है कि उनके सभी विधायकों ने मीरा कुमार को वोट दिया।
विधायकों पर भाजपा की नजरें
सूत्र बताते हैं कि बुंदेलखंड के एक विधायक की निष्ठा को लेकर स्वयं कांग्रेस नेता भी समय-समय पर बोलते रहे हैं कि वे सरकार के साथ हैं। दो महाकौशल के नेताओं को लेकर भी संजय पाठक के भाजपा में जाने के बाद से इसी तरह की चर्चा हैं। अब एक निमाड़ के विधायक का नाम भी इस कड़ी में जुड़ गया है। इन लोगों के अलावा कुछ विधायकों के व्यावसायिक हितों पर दबाव बनाकर भी भाजपा उन्हें अपने साथ लेने के प्रयास में हैं।