हर हत्या के बाद नाम बदल लेता था, फरार रहते LLB की, फिर IAS की तैयारी

जयपुर। राजस्थान पुलिस ने यहां एक ऐसे शातिर अपराधी को पकड़ा है जिसकी कहानी किसी थ्रिलर फिल्म जैसी है। वो हर हत्या के बाद शहर और नाम बदल देता था। नए नाम को सभी कानूनी पहचान भी दिलाता था। उसने 3 हत्याएं की और 4 शादियां। फरारी के दौरान उसने एलएलबी पास की और आईएएस की तैयारी भी की। पुलिस ने उसे हथियारों की तस्करी करते पकड़ा। पूछताछ ने उसने सारी कहानी बयां कर दी।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति हथियार बेचने की फिराक में घूम रहा है। मौके पर पहुंचकर जब पुलिस ने कार में बैठे एक व्यक्ति से पूछताछ की तो वह पुलिस पर पिस्तौल तानकर भागने लगा। पुलिस ने किसी तरह उस पर काबू पाया। पूछताछ में उसने अपना नाम अर्जुन सिंह बताया। पुलिस के द्वारा की गई तलाशी में आरोपी के पास से एक रिवॉल्वर और कारतूस तथा अर्जुन सिंह नाम का आधार कार्ड और पैन कार्ड भी मिला।

पुलिस की पूछताछ के दौरान यह अपराधी फर्राटेदार उर्दू बोल रहा था। इस पर पुलिस को कुछ शक हुआ। पुलिस ने कडाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम मोहम्मद रफीक बताया। पुलिस ने रिकार्ड जांचा तो पता चला कि यह 1990 में हुई एक हत्या के आरोप में बू्ंदी जिले से फरार चल रहा था।

रफीक ने बताया कि वो बूंदी का रहने वाला है और उसने अर्जुन सिंह नाम से आधार कार्ड और पैन कार्ड तीन महीने पहले ही बनावाए है। बूंदी में 1990 में उस पर साथ पढ़ने वाले अमित के मर्डर का केस दर्ज हो गया था जिसमें वो जमानत पर था। इसके अलावा भी उसपर 5 अलग-अलग मामलों में केस दर्ज था। इसी दौरान अपने साथ पढ़ने वाली लड़की से उसे प्यार हो गया था, जिसे वह लेकर फरार हो गया था।

उसने बताया कि जब वो लड़की के साथ कोर्ट पहुंचा, जहां लड़की ने उसके ही खिलाफ बयान दे दिया। जिसके बाद वो बूंदी से फरार हो गया। फरार होने के बाद वो एलएलएम की पढ़ाई करता था, साथ ही आईएएस की तैयारी भी करता था लेकिन मुकदमों के कारण वह आईएएस नहीं बन पाया।

बूंदी से भागकर रफीक आगरा आ गया जहां उसने अमन अली के नाम से नई आईडी बना ली। आगरा से ही रफीक ने दोबारा अमन अली नाम से ओपन से 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की जिसके आधार पर उसने स्नातक और एलएलबी कर ली। इसी दौरान वह शादी करके मार्बल के व्यापार में लग गया। इस दौरान मार्बल व्यवसाय के पार्टनर के साथ उसका विवाद हो गया। पार्टनर को उसने 5 लाख की सुपारी देकर मरवा दिया और आगरा से सबकुछ बेचकर वो जयपुर आ गया।

जयपुर आकर वह जिस मकान में रहने लगा उसी के मालिक की लड़की से उसने शादी कर ली। जिससे शादी की उसको छोड़ उसका दिल पत्नी की छोटी बहन पर आ गया। जिसके बाद वह उसे लेकर लखनऊ चला गया और अपना नाम रफीक रख लिया। बीते साल दिसंबर मे उसका अपनी सास से विवाद हो गया जिसके चलते उसने गला रेत कर अपनी सास की हत्या कर दी।

सास की हत्या करने से उसकी पत्नी नाराज हो गयी और उसने लखनऊ में मुकदमा दर्ज करवा दिया। जिसके बाद रफीक अपनी तीसरी पत्नी को भी ठिकाने लगाने के लिए हथियार सप्लाई कर रहा था। हथियार सप्लाई से आने वाले पैसे से वो पत्नी को सुपारी देकर मरवाना चाह रहा था लेकिन उसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके फिर से केस चलावाया जाएगा।

आरोपी रफीक ने बोला- मैंने अपराध किया है तो मुझे कोर्ट सजा देगा। पुलिस उन अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई करे जिन्होंने मेरे फर्जी दस्तावेज बनाए हैं। मैंने दो अलग-अलग नामों से एलएलबी व एलएलएम करने के साथ अलग-अलग शहरों में कई दस्तावेज बनवाए। उन कलेक्टर-तहसीलदार को भी सजा दिलाओ। सास के मर्डर में लखनऊ पुलिस ने 12 हजार का इनाम घोषित कर रखा है।

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