भोपाल। पीएम नरेंद्र मोदी ने वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए लालबत्ती तो बंद करा दीं परंतु वीआईपी कल्चर अब भी जारी है। नियमानुसार एंबुलेंस को किसी भी स्थिति में नहीं रोका जा सकता जबकि उसके भीतर मरीज हो परंतु मप्र की राजधानी भोपाल में पुलिस ने सीएम शिवराज सिंह का काफिला गुजरने के लिए एंबुलेंस को रोक दिया। ड्राइवर पुलिस को बताता रहा कि इमरजेंसी है परंतु पुलिस ने उसकी एक ना सुनी।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले के लिए नानके पेट्रोल पंप के पास ट्रैफिक रोक दिया गया। इस दौरान जेपी से हमीदिया जा रही एंबुलेंस करीब 10 मिनट तक फंसी रही। इसमें सेकंड स्टाॅप के पास रहने वाली 60 वर्षीय प्रेमबाई थीं, जिन्हें सीने में तेज दर्द के चलते जेपी में भर्ती किया गया था।
हालत ठीक नहीं होने के चलते उनको हमीदिया में रैफर कर दिया गया। 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों ने पुलिस को यह भी बताया कि मरीज की कंडीशन ठीक नहीं है। दिल की बीमारी है। बावजूद इसके ट्रैफिक पुलिस ने उनको एंबुलेंस नहीं ले जाने दी। करीब 10 मिनट जद्दोजहद के बाद एंबुलेंस रवाना हो सकी।