श्योपुर। प्रभारी मंत्री ललिता यादव को सबक सिखाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने कुछ ऐसा किया जिसे ललिता यादव कभी भुला नहीं पाएंगी। यह कुछ इस तरह का विरोध प्रदर्शन था जिसे देखने वालों ने बहिष्कार का नाम दिया परंतु ललिता यादव कार्यकर्ताओं की शिकायत भी नहीं कर पाएंगी। करें भी किस मुंह से, उन्होंने आज तक भाजपा कार्यकर्ताओं की एक भी बात पर ध्यान नहीं दिया है। बता दें ललिता यादव जब से मंत्री बनीं हैं। उनके व्यवहार में काफी कुछ बदल गया है। उन पर अक्सर एक अन्य महिला मंत्री की बराबरी की सनक सवार दिखाई देती है।
विजयपुर में आयोजित शासकीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रभारी मंत्री ललिता यादव कराहल स्थित कूनो रेस्ट हाउस में ठहरी थीं। शनिवार व रविवार दो दिनों तक वहां रहने के बावजूद एक भी कार्यकर्ता उनसे मिलने नहीं पहुंचा। न ही उनका स्वागत किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोग गर्ग ने इसके पीछे तर्क दिया है कि तिरंगा यात्रा एवं बलराम जयंती के कार्यक्रम में व्यस्तता की वजह से प्रभारी मंत्री के स्वागत में नहीं पहुंच सके।
उन्होंने बताया कि मंत्री के कार्यक्रम की सूचना भी जिला संगठन को नहीं मिला था। भाजपा के असंतुष्ट कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस बार प्रभारी मंत्री ने जिला पदाधिकारियों का कोई काम नहीं किया है। अपना सम्मान बचाने के लिए प्रभारी मंत्री ललिता यादव का कहना है कि वह देर रात पहुंची थी, शायद संगठन के लोग दूसरे कामों में व्यस्त रहे होंगे।