जबलपुर। प्राचार्य और शिक्षक रविवार को रक्षाबंधन के दिन सड़क पर उतर कर जमकर बरसे। मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की अगुवाई में शिक्षक, कर्मचारियों ने पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर पहले तो जमकर नारेबाजी की और बाद में एसपी अजाक्स को ज्ञापन देकर भाजपा नेता शिवराम बेन द्वारा मॉडल स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ दर्ज कराए प्रकरण को झूठा करार देते हुए प्रकरण निरस्त करने की मांग की। संघ ने ये चेतावनी भी दी है कि फर्जी प्रकरण निरस्त नहीं किया गया तो कर्मचारी, शिक्षक प्रदेशस्तरीय आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान मॉडल स्कूल प्रिसिंपल, स्कूल स्टॉफ के अलावा बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल, शिक्षक, बीआरसी, बीएसी मौजूद रहे।
धौंस देकर कराना चाहते थे बेटे का एडमिशन
संघ के प्रांतीय महामंत्री योगेन्द्र दुबे, जिला अध्यक्ष अर्वेन्द्र राजपूत के नेतृत्व में एसपी अजाक्स डॉ.संजीव उइके को दिए ज्ञापन में कहा गया कि भाजपा नगर महामंत्री शिवराम बेन अपने बेटे आयुष बेन को कक्षा 11वीं में गणित संकाय में एडमिशन दिलाना चाह रहे थे। मॉडल में कलेक्टर की अध्यक्षता में बनी कमेटी के निर्णय के बाद मेरिट के आधार पर एडमिशन दिए जाते हैं, लेकिन भाजपा बेटे के 10वीं में 57 प्रतिशत थे। स्कूल प्रिंसिपल ने जब एडमिशन देने से मना किया तो 12 जून 2017 को स्कूल में पहुंच कर पहले धौंस दी फिर अंजाम भुगतने की धमकी दी।
शिकायत को एफआईआर में बदला
दुबे का आरोप है कि बेटे का एडमिशन न होने से नाराज भाजपा नेता ने 8 जुलाई 2017 को अजाक्स थाने में स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसे बाद में एफआईआर में बदल दिया गया। इस दौरान संघ के संभागीय अध्यक्ष अवधेश तिवारी, डीके श्रीवास्तव, पीके श्रीवास्तव, रामशंकर शुक्ला, मुकेश सिंह, आनंद रैकवार, आशुतोष तिवारी, नितिन अग्रवाल, सुनील राय, गगन चौबे, अजय सिंह ठाकुर, जयंत गुप्ता, मंसूर बेग, राजकुमार सिंह, धीरेन्द्र सोनी, मो तारिक, विजय कोष्टी, अजय रजक, अब्दुल्ला चिश्ती सहित महिला प्राचार्य व शिक्षक उपस्थित रहे।
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मॉडल स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज हुआ है। कर्मचारियों ने ज्ञापन दिया है। मामले की विस्तृत जांच कराने ही निर्णय लिया जाएगा।
डॉ.संजीव उइके, एसपी अजाक्स
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स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज किया गया है। एसपी अजाक्स ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कर न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी। न्याय नहीं हुआ तो आंदोलन करने बाध्य होंगे।
योगेन्द्र दुबे,
प्रदेश महामंत्री,
मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ