मां तो हर हाल में फायदेमंद ही होती है। मां का आंचल से लेकर मां की आवाज तक बच्चों को अद्भुत आनंद और शक्तियां देती है। ताजा रिसर्च में सामने आया है कि फोन पर मां की आवाज बच्चे को वही अनुभूति देती है जो मां की रियल झप्पी में होती है। इसके बाद बच्चा आत्मविश्वास से लवरेज हो जाता है। वो निराशा से बाहर निकल आता है और वो बिफल हो जाने के बाद भी सफलता के लिए फिर कदम बढ़ा सकता है।
मां के प्यार का असर जादुई होता है। बच्चा दुनियाभर के दुख-दर्द और तनाव भूल जाता है। लेकिन वे लोग क्या करें, जो मां से दूर रहते हैं? एजुकेशन और कॅरिअर के लिए लाखों युवा और टीन घर से बाहर रहते हैं। वे तो चाहकर भी पैरेंट्स के साथ नहीं रह पाते। ऐसे लोगों के लिए अच्छी खबर है। रिसर्चर्स का कहना है कि मां से फोन पर बात करने का असर भी मां के गले लगने जैसा होता है। यानी तनाव भुला देने वाला।
यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन-मैडिसन के चाइल्ड इमोशन लैब द्वारा की गई एक स्टडी कहती है कि फोन पर मां की आवाज सुनना भी उसके गले लगने जैसा तनाव निवारक होता है। रिसर्चर्स इसके पहले मां के प्यार और उसके स्पर्श के सकारात्मक असर को कई बार साबित कर चुके हैं। यह देखा गया है कि जब कोई बच्चा मां के गले लगता है, तो बच्चे में फील गुड कराने वाले ऑक्सिटोसिन हॉर्मोन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
यह हॉर्मोन पैरेंट्स और बच्चे के बीच बॉन्डिंग मजबूत करने, तनाव दूर करने और भरोसा पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अच्छी बात यह है कि मां से फोन पर बात करने से भी ऐसे ही पॉजीटिव असर होते हैं।