बागी प्रत्याशी को मनाने उसके घर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह

मंडला। नगरीय चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज चौहान बागी प्रत्याशी अर्चना जैन के घर पहुंचे। भाजपा ने पहले अर्चना जैन को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था और अर्चना ने भाजपा के नेताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन दाखिल कर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था।

नाम वापसी एक घंटे पहले अर्चना जैन की जगह भाजपा ने निधि जयदत्त झा के नाम का बी फॉर्म जमकर उसे अपना अधिकृत प्रत्याशी बना दिया। उसके बाद से अर्चना ने बागी तेवर अख्तियार कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर गई और कलेक्टोरेट में उनके पति और अर्चना नें जमकर हंगामा किया था और भाजपा वोट न देनें की अपील भी मतदाताओं से की थी। परंतु अपने आवास पर मुख्य मंत्री के पहुँचने के बाद अर्चना के तेवर नर्म पड़ गए है।

मुख्यमंत्री ने अर्चना के मान मनोव्वल के सवाल को टालते हुए केवल इतना कहा कि मैं अपनी बहन से मिलने और स्नेह बांटने आया हूँ। तो वहीं अर्चना ने कहा कि मुख्य मंत्री उनका दर्द बांटने आये, जिसके लिए वो उनकी आभारी है। उन्होंने कहा कि वो बागी नहीं थी। नारी सम्मान और नगर विकास के लिए वो कुछ भी करने को तैयार है। मैदान छोड़ने के सवाल को वो टाल गई लेकिन उनकी नर्मी इस बात के संकेत है कि वो मान गई ।

पहले भी पाला बदल चुकी हैं अर्चना
मंडला के राजनैतिक जानकार बताते हैं कि अर्चना पहले भी भाजपा को छोड़ चुकी हैं। हुबली कांड के बाद जब उमाभारती नें भाजपा छोड़कर भारतीय जन शक्ति पार्टी का बनाई थी तो मंडला से अर्चना जैन भी जन शक्ति पार्टी में शामिल हो गई थी। उमा भारती के भाजपा में आनें के बाद अर्चना भी भाजपा में शामिल हो गई थी।

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