नई दिल्ली। गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के बाद जहां विपक्ष हमलावर हो चुका है वहीं भाजपा के नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा की सोशल मीडिया फोर्स के लोग बार बार यह साबित कर रहे हैं कि मौत आॅक्सीजन बंद होने के कारण नहीं बल्कि इंस्फेलाइटिस के कारण हुई है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने आग में घी डालने वाला काम किया है। उन्होंने बयान दिया है कि यह घटना किसी की साजिश भी हो सकती है। ताकि उत्तरप्रदेश की योगी सरकार को बदनाम किया जा सके। याद दिला दें कि फग्गन सिंह कुलस्ते वही मंत्री हैं जिन्होंने सितम्बर 2016 में मप्र के मंडला में गोंड राजा की याद में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में फूहड़ प्रदर्शन को आदिवासियों की संस्कृति बताया था।
उन्होंने कहा कि नौ अगस्त से 12 अगस्त के बीच बच्चों के मौत की संख्या बढ़ गई है, जबकि इसके पहले ये संख्या कम थी। यानि किसी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता है। उनके बयान के बाद उनकी निंदा भी शुरू हो गई है। आपको बता दें कि रविवार को ही दिन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने प्रेस कांफ्रेंस कर जांच की बात कही थी। ये भी कहा कि जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
यह साबित हो चुका है कि 4 अगस्त को आॅक्सीजन की लास्ट सप्लाई आई थी। उसके बाद सप्लाई नहीं आई और कॉलेज प्रबंधन ने जो दूसरी व्यवस्था की थी वो फेल हो गई थी। इसके बावजूद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री कुलस्ते की ओर से ये बयान आ गया। पूरी घटना में कार्रवाई के नाम पर मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल और विभाग के प्रभारी को निलंबित किया जा चुका है। अब 69 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है।