इंदौर के कारोबारी ने 1500 ट्रक विस्फोटक बेच दिए, पुलिस को भनक तक नहीं लगी

इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में स्थित सनसिटी निवासी कारोबारी अविनाश बाहेती खुलेआम अवैध विस्फोटकों का कारोबार कर रहा था परंतु मप्र पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी लेकिन राजस्थान पुलिस की सक्रियता के चलते वो पकड़ा गया। खुलासा हुआ है कि उसका पूरा कारोबार ही अवैध था। वो फर्जी फर्म, फर्जी बिल और बिल्टी बनाकर ट्रकों में विस्फोटक भर भरकर भेजता था। महाराष्ट्र से लेकर देश के कई राज्यों में वो धड़ल्ले से सप्लाई कर रहा था। बता दें कि एक ट्रक विस्फोटक मप्र के किसी भी छोटे शहर को पूरी तरह से तबाह करने के लिए काफी है। 

प्रतापनगर (राजस्थान) टीआई डॉ. हनुवंतसिंह के मुताबिक फरवरी व मार्च में पुलिस ने अमोनियम नाइट्रेट से भरे दोट्रक जब्त कर चालक दिलीपसिंह व रामसिंह को गिरफ्तार किया था। दोनों ट्रक चालक सोडियम सल्फेट की बिल्टी लेकर ट्रक पास करने का प्रयास कर रहे थे।

यह ट्रक एक्सीलेंट इंडिया लॉजिस्टिक अकुरडी पुणे द्वारा मेसर्स स्मृति केमिकल्स एंड इंटरमेडिज शोलापुर से भरा गया था। जबकि इसे पुष्पमूर्ति मिनरल्स एंड केमिकल्स प्रालि यूनिट पंतसाहिब के यहां खाली करना था। जांच में खुलासा हुआ कि दोनों ही स्थान फर्जी हैं। ट्रक मालिक रमेश व किशोरीलाल ने बताया कि ट्रक चखण टोलनाका नासिक से ट्रांसपोर्टर रवींद्र चुघ से भरवाए थे। दोनों ट्रक दीपक फर्टिलाइजर पुणे से सप्लाय हुआ है।

पुलिस ने रवींद्र को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया तो बताया अवैध कारोबार का मास्टर माइंड अविनाश बाहेती निवासी सनसिटी इंदौर है। वह नासिक से महाराष्ट्र पासिंग ट्रक से माल मंगवाता था। बाद में दूसरे ट्रकों में माल खाली करवा देता था।

आरोपी स्वयं के लाइसेंस से अमोनियम नाइट्रेट क्रय कर नौकरों के नाम से फर्जी फर्मों के जरिए देभभर में फर्जी बिल व बिल्टियों के माध्यम से बेच देता था। पुलिस को जांच में नौकरों के खातों में करोड़ों रुपए जमा होने की जानकारी भी मिली है। टीआई के मुताबिक अमोनियम नाइट्रेक का इस्तेमाल विस्फोटक के रूप में भी किया जाता है। पुलिस ने विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है

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