सिवनी। लोक सेवा केंद्र के एक कर्मचारी ने जाति प्रमाण पत्र बनवाने आई महिला को अपने जाल में फंसा लिया और फिर कागजी कार्रवाई के बहाने अपने घर बुलाकर उसका यौन शोषण किया। इस दौरान वीडियो भी बनाया। फिर वीडियो के बहाने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और यौन शोषण का सिलसिला ना केवल नियमित हो गया बल्कि उसकी मांग बढ़ती चली गई। परेशान होकर पीड़ित महिला ने आरोपी के विरुद्ध कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह ने लोक सेवा केंद्रों की शुरूआत करवाई थी। कहा था कि यहां सभी काम आसानी से निर्धारित समय में होंगे परंतु केंद्रों में लंबी लंबी लाइने लगने लगीं हैं। हफ्तों तक आवेदन ही जमा नहीं होता। मजबूरी में लोगों को लोक सेवा केंद्र के कर्मचारियों की मांगे पूरी करनी पड़ रहीं हैं।
पुलिस ने बताया कि, बाबूजी नगर निवासी विवाहिता महिला ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने बताया कि उसे ब्यूटी पार्लर के लिए लोन निकलाने के लिए जाति प्रमाण पत्र बनवाना था। जिसके लिए वह सिवनी लोक सेवा केंद्र गई हुई थी। जहां पर लोक सेवा केन्द्र में पदस्थ बैतूल जिला निवासी एक कर्मचारी से उसकी मुलाकात हुई। उसने पीड़िता महिला का काम आसानी से कराने के नाम पर उससे अपनी जान पहचान बना ली और महिला का फोन नंबर भी ले लिया।
एक दिन कागजी कार्रवाई का बहाना बना कर महिला को अपने कमरे में बुला कर महिला को नशीली दवा पिला कर उसके साथ दुष्कर्म किया और इस घिनौने कृत्य का मोबाइल पर वीडियो भी बना लिया। उसके बाद आरोपी महिला को अश्लील वीडिओ वायरल करने की धमकी देकर बार-बार ब्लैक मेल कर कई दिनों तक अपनी हवस का शिकार बनाता रहा।
एक बार तो आरोपी जबरन महिला को बैतूल ले गया और वहां पर भी दो दिनों तक महिला को अपनी हैवानियत से तार-तार करता रहा। एक दिन महिला का सब्र टूट पड़ा और उसने अपने पति को पूरी बात बता दी। जिसके बाद पति और पीड़िता कोतवाली थाने पहुंच कर में आरोपी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर फरार आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।