लखनऊ। राजधानी लखनऊ के प्रेस क्लब में सोमवार को योगी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की तैयारी कर रहे पूर्व आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी समेत 8 लोगों को पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लियां पुलिस ने कैसरबाग इलाके से सभी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि ये लोग प्रेस क्लब में वार्ता के नाम पर एकत्र हो कर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने वाले थे, जिसे समय रहते रोक लिया गया।
दलित हितैषी संगठनों द्वारा प्रेस क्लब खाली न करने पर पुलिस ने 8 लोगों को शांतिभंग की आशंका में गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया जिनमें प्रमुख रूप से एस आर दारापुरी, रमेश चन्द्र दीक्षित, आशीष अवस्थी, पी सी कुरील शामिल है।
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चन्द्र दीक्षित ने कहा कि गोष्ठी करने से नहीं रोका जा सकता है। उन्होनें कहा कि 45 लोग गुजरात से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 125 किलो का साबुन देने आ रहे थे जिन्हे यूपी पुलिस ने झांसी में गिरफ्तार कर लिया है जिसकी वे निन्दा करते है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री योगी दलितों से परहेज करते है तो फिर दलित हितैषी होने का दिखावा क्यों करते है। याद दिला दें कि इससे पहले योगी को काले झंडे दिखाने वाले छात्रों को पकड़कर जेल में ठूंस दिया गया था। उन्हे 15 दिन बाद रिहा किया गया।