भोपाल। गुलमोहर स्थित सेवॉय कॉम्प्लेक्स में एसबीआई एटीएम में कार्ड क्लोनिंग के जरिए लोगों के साथ हुई ठगी के मामले में बैंक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बैंक ने शहर के 150 एटीएम पर सुरक्षा एजेंसी से सुरक्षा गार्ड तैनात ही नहीं करवाए थे। वो जो वर्दी पहनकर एटीएम के आसपास घूमते रहते हैं, दरअसल केयरटेकर मात्र हैं। लापरवाही यह भी कि बैंक ने केयरटेकर का भुगतान कम करने की नीयत से इस एटीएम में सुबह की ड्यूटी में तैनात केयरटेकर को भी तीन नवंबर से हटा दिया था। यदि यहां गार्ड होता तो शायद जालसाज अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाते। इस एटीएम पर सुरक्षा का काम देख रही बख्शी सिक्योरिटी एजेंसी के मैनेजर सत्येंद्र सिंह ने ये खुलासा किया है।
सायबर पुलिस को सत्येंद्र ने लिखित बयान दिया है। भास्कर से बातचीत में सत्येंद्र ने बताया कि पैसे बचाने के लिए बैंक केवल केयरटेकर यानी साफ-सफाई व देखरेख करने वालों की नियुक्ति करवाता है। गत 31 जनवरी को एमपी नगर स्थित होटल हकीम के पास एसबीआई एटीएम में भी स्कीमिंग डिवाइस लगाने वाले भी एक युवक और युवती थे। इन दोनों का हुलिया सेवॉय कॉम्प्लेक्स में डिवाइस लगाने वालों से काफी मिलता-जुलता है।
तारीख के पन्नों पर घटनाक्रम
8 जुलाई को हिडन कैमरा और स्कीमिंग डिवाइस फिट कर डेटा कॉपी किया गया।
दो दिन लगे डिजिटल डेटा से क्लोन कार्ड बनाकर अहमदाबाद पहुंचाने में।
11-12 जुलाई से लोगों के खाते में सेंध लगनी शुरू हो गई।
12 जुलाई की शाम को लोग शिकायत लेकर सायबर सेल पहुंचने लगे।
14 जुलाई को पुलिस को एटीएम के सीसीटीवी फुटेज मिले।
60 लाख तक हो सकती ठगी की राशि
डिवाइस लगने के बाद 8 जुलाई को दिनभर में 200 से ज्यादा लोगों ने एटीएम इस्तेमाल किया। बदमाशों ने ज्यादातर के बैंक खाते से 40 हजार रुपए निकाले। पुलिस का अंदाजा है कि यदि बदमाशों ने एटीएम इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों का कार्ड कॉपी किया होगा तो ठगी का आंकड़ा बढ़कर 60 लाख से ज्यादा तक पहुंच सकता है।
11:07 बजे लगाई डिवाइस
सत्येंद्र ने एटीएम के सीसीटीवी कैमरे का फुटेज पुलिस को दिया है। इसमें बदमाश 8 जुलाई की सुबह 11:07 बजे स्कीमिंग डिवाइस लगाते हुए नजर आ रहा है। सायबर पुलिस ने एटीएम बूथ में मिले हिडन कैमरे में लगे 16-16 एमबी के दो मेमोरी कार्ड भी जब्त किए हैं। उसी दिन पांच घंटे बाद एक व्यक्ति आया और डिवाइस का एक हिस्सा निकालकर ले गया। ऐसी स्कीमिंग डिवाइस फिट की गई, जिससे लोगों के एटीएम कार्ड का डेटा कॉपी हो गया। नकाब पहने इसी युवक ने 8 जुलाई को एटीएम में कैमरा व स्कीमिंग डिवाइस फिट की।