बिना नोट छापे नोटबंदी कर दी, बिना फार्म के GST लागू, कैसी सरकार है ये: दिग्विजय सिंह

अजमेर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर बरसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह बिना नोट छापे ही नोट बंदी लागू कर दी, उसी तरह ही व्यापारियों के लिए रिटर्न फार्म छापे बिना ही जीएसटी लागू कर दी। उन्होंने कहा कि जिस जीएसटी की कल्पना कांग्रेस ने यूपीए सरकार में की थी, मौजूदा सरकार ने उसे इसके विपरीत इसे लागू किया है। सेस वगैरह भी लगते रहेंगे, जिसकी वजह से मौजूदा स्ट्रक्चर में जीएसटी सफल होने की संभावना कम है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता सेे किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है।

यहां पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि आनन-फानन में बिना सोचे समझे लागू की गई जीएसटी से व्यापरियों की परेशानियां और बढ़ जाएगी। 4 की जगह अब 37 फार्म भरने पड़ेंगे। रिटर्न फार्म भी गलती से दोे बार भर दिए गए तो तीन साल की सजा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नोट बंदी से न तो भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो पाया और न नकली नोट और कालाधन बाहर निकला। आरबीआई आज तक नहीं बता पाया कि कितने नोट वापस आए।

निर्दोष लोगों की हत्या कर रही है भाजपा
उन्होंने कहा कि देश में भाजपा व आएसएस ने अपनी नीति में परिवर्तन किया है। अब वह सामूहिक तौर पर हिंदू व मुस्लिम में झगड़े नहीं करवाकर छोटी-छोटी घटनाएं करवा रही है तथा निर्दोष लोगों को पकड़कर उनकी हत्या की जा रही है। यह उनकी सोची समझी राजनीति का अंग है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गौ रक्षकों को असामाजिक तत्व कहते हैं लेकिन आज तक उनकी निंदा नहीं की। भाजपा ने धर्म के नाम पर नफरत के बीज बो दिए हैं। उसकी नीति शुरू से ही हिंदू व मुस्लिमों के बीच बंटवारा करने की रही है, उन्हें पता है इसके बिना उनकी राजनीति नहीं चलेगी।

राष्ट्रपति चुनाव में जाति नहीं योग्यता का महत्व
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के चुनाव में जाति नहीं देखी जानी चाहिए बल्कि योग्यता को देखना चाहिए। भाजपा के रामनाथ के मुकाबले कांग्रेस की मीरा कुमार काफी योग्य है। उचित तो यह होता कि भाजपा किसी ऐसे को अपना प्रत्याशी बनाती, जिसे कांग्रेस भी अपना समर्थन देती। लेकिन अब विचारधारा की लड़ाई है।

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