भोपाल। भिंड में अटेर विधानसभा उपचुनाव के दौरान इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में वीवीपैट के उपयोग संबंधी प्रस्तुतिकरण के दौरान गड़बड़ी पाई गई थी। इसी के साथ यह मामला देशभर में नजीर बन गया था। विपक्षी पार्टियों ने इसे ईवीएम प्रणाली के खिलाफ एक प्रमाण के तौर पर प्रस्तुत किया था। चुनाव आयोग ने तत्समय कलेक्टर इलैया राजा टी को भिंड से हटा दिया था। आयोग के आदेश के बाद भी इलैया भिंड में ही रहे। चुनाव के बाद शिवराज सिंह सरकार ने उन्हे वापस भिंड पदस्थ दिया। अब चुनाव आयोग ने इलैया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव बीपी सिंह को पत्र भेजकर कलेक्टर से स्पष्टीकरण लेने और कार्रवाई करने के लिए कहा गया। हालांकि, अभी इलैया राजा टी को नोटिस नहीं दिया गया है।सूत्रों के मुताबिक उपचुनाव की तैयारी के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह सहित अन्य अधिकारियों के सामने वीवीपैट के इस्तेमाल को लेकर गड़बड़ी उजागर हुई थी। कलेक्टर ने मशीनों को खाली करवाए बगैर ईवीएम में मतदान करा दिया। इसमें बटन कुछ दबाने पर वोट पर्ची में कुछ और ही प्रदर्शित हो रहा था। इसको कांग्रेस ने मुद्दा बनाया था और फिर व्यापक जांच भी हुई थी। इसके आधार पर आयोग ने पिछले सप्ताह मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है।
बताया जा रहा है कि कलेक्टर के साथ अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इसके लिए शासन की ओर से उन्हें जल्द ही नोटिस दिया जाएगा। आयोग की ओर से मुख्य सचिव को पत्र लिखे जाने की पुष्टि संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एसएस बंसल ने पुष्टि की है। वहीं, इलैया राजा टी ने इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी से इंकार किया है।