बेटे सहित जमीन में समा गई महिला, रेस्क्यू आॅपरेशन जारी

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के बखतपुरा गांव में एक महिला अपने 13 वर्षीय बेटे समेत जमीन में समा गई। दरअसल वो एक कुएं के पाट पर पानी भर रही थी और उसका बेटा वहीं पर स्नान कर रहा था कि तभी कुआं धंसक गया। दोनों कुएं में जा गिरे और उनके ऊपर मलवा भर गया। प्रशासन ने रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया है परंतु समाचार लिखे जाने तक 2 जेसीबी मशीनों से लगातार मलवा हटाए जाने के बावजूद कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है। 

पुलिस के अनुसार पठरिया के रहने वाले लक्ष्मण वशंकार की पत्नी ऊषा कुएं पर पानी भर रही थी और रामकिशोर कुर्मी का 13 वर्षीय बेटा करण नहा रहा था, तभी अचानक कुआं धंसक गया और दोनों मलबे में दब गए। घटना की सूचना जैसे ही आसपास के लोगों को लगी तो वह दौड़कर मौके पर पहुंचे। पुलिस व अधिकारियों को सूचना दी गई। दो जेसीबी तथा एक एलएंडटी मशीन से कुएं का मलबा निकाला जा रहा है। इसमें पानी होने से बचाव दल को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

कुआं सार्वजनिक कूप निर्माण के तहत वर्ष 2007-08 में ग्राम पंचायत बखतपुरा के तत्कालीन सरपंच कुजंन देवी राय ने बनवाया था। कुएं का निर्माण में मात्र एक खंडा पत्थर से बंधाई का निर्माण कार्य किया गया था, जिस कारण बंधाई कार्य कमजोर था। इसी कुएं से ग्राम बखतपुरा के बजार मोहल्ला के लोग एवं पठरिया ग्राम के करीब 500 परिवार पानी का उपयोग करते हैं।

कुएं के पास नाला है
नाले के पास कुआं स्थित है। अधिकारियों का कहना है कि ग्राम पंचायत की लापरवाही है उसने नाले के पास कुआं क्यों बनाया। यह तकनीकी गलती है। नाले के कारण आसपास की जमीन में हमेशा नमी रहती है।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ऑक्सीजन लेकर पहुंची
सूचना मिलते ही जतारा के एसडीएम आदित्य सिंह तहसीलदार एनके चौरसिया एंव नायब तहसीलदार एसएन शर्मा, बीएमओ डॉ सीबी.आर्या मौके पर पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ऑक्सीजन एवं जरुरी दवाएं लेकर मौके पर तैनात रही। जनपद सीईओ एमएस सैयाम तथा सुरेंद्र सिंह गौर, जिला पंचायत अध्यक्ष पर्वत लाल अहिरवार, जनपद अध्यक्ष मंजू गौर ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया।

दोपहर होने से कुएं पर भीड़ नहीं थी
ग्रामीणों ने बताया कि यदि यह घटना सुबह या शाम होती तो बड़ा हादसा हो सकता था, क्योंकि दोनो समय बड़ी संख्या में लोग कुएं पर पानी भरने आते हैं। दोपहर का समय होने से कम लोग ही कुएं पर होंगे।

एक दूसरे की तलाश में जुटे परिजन
गांव में कुएं धंसकने की खबर आग की तरह फैल गई। जैसे ही लोगों को पता चला कि कुछ लोग मलबे में दब गए हैं तो वैसे ही परिजन एक-दूसरे को खोजने में जुट गए। जो लोग घर से बाहर थे, उनके परिजन खासे परेशान रहे।

देर रात तक जारी रहा बचाव कार्य
देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। अधिकारियों का कहना है कि जब तक पूरा मलबा नहीं निकल जाता है, तक तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। मलबे में कुछ और लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !