मैं कांग्रेस के सामने नहीं झुकूंगा: इंदू सरकार के भंडारकर ने कहा

MUMBAI: लीक से हट कर फिल्में बनाने वाले फिल्मकार मधुर भंडारकर अपनी आगामी फिल्म 'इंदु सरकार' को लेकर आजकल काफी परेशान हैं एक बार फिर एक हार्ड हिटिंग सब्जेक्ट पर फिल्म लेकर आ रहे हैं। 1975 में इमरजेंसी के बैकड्रॉप पर बनीं फिल्म 'इंदू सरकार' ट्रेलर लॉन्च के समय से विवादों में घिरी है। ये फिल्म 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल पर आधारित है। मधुर पर ये भी आरोप लगाया गया है कि वो मोदी के समर्थक हैं इसलिए विपक्ष को जवाब देने के मकसद से फिल्म को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है। सेंसर बोर्ड ने 'इंदु सरकार' में कई कट लगाने के सुझाव दिए हैं, वहीं मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने फिल्म को रिलीज करने से पहले इसे उनकी पार्टी को दिखाए जाने की मांग की है।

मधुर ने इस बात को खारिज करते हुए बताया- 'अगर ऐसा होता तो मेरी फिल्म में 17 कट्स नहीं लगाए जा रहे होते। मुझे सेंसर बोर्ड आसानी से सर्टीफिकेट दे देती। मुझे 'आरएसएस', 'कम्यूनिस्ट', 'किशोर कुमार', 'अकाली' और 'जेपी नरायण' जैसे शब्द हटाने को बोला गया है। लोगों ने सिर्फ ट्रेलर देखकर ही बवाल कर दिया है। 'फिल्म 28 जुलाई को रिलीज होगी। फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के बाद से ही फिल्म को देशभर में काफी विरोध झेलना पड़ रहा है। ये विरोध इतना ज्यादा है कि लीगल नोटिस से लेकर, पुतला फूंकने तक मधुर भंडारकर को काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 17 कट लगाने को कहा है। अपनी फिल्म का गाना लॉन्च करने के सिलसिले में दिल्ली पहुंचे मधुर ने बताया- 'सीबीएफसी ने 17 कट मांगे हैं। ये लेटर आज आया है मेरे पास, ये तो तय है कि मैं कट नहीं लगाऊंगा। मैं उस लेटर को अपनी लीगल टीम के साथ पढूंगा फिर सोचूंगा कि क्या करना है. अगर जरुरत पड़ी तो मैं दिल्ली में ट्रिब्यूनल कोर्ट में भी जाऊंगा.' मधुर ने यह साफ कर दिया है कि वह अपनी फिल्म किसी को भी, खासकर नेताओं को तो बिल्कुल नहीं दिखाएंगे।

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