आनंद ताम्रकार/बालाघाट। प्याज उत्पादन जिलों से नीलाम के जरिये बिकने आई प्याज के कारण अधिकारियों की आखों में आंसू आने लगे हैं। वहीं प्याज के रखरखाव में लापरवाही बरतने के कारण गोदाम में रखी हुई प्याज सड़ने लगी जिसकी दुर्गध के कारण गोदाम के आसपास रह रहे लोग का सडी प्याज की दुर्गध फैलने के कारण रहना दूर्भर हो गया है। वारासिवनी की अटल इंडस्ट्रीज राईस मिल में रखी 5 लाख रूपये की लगभग 8 ट्रक प्याज सडने की कगार पर पहुंच गई है उसकी दुर्गंध से नागरिक परेशान है।
अब प्रशासन और आपूर्ति निगम ने सडी प्याज को ठिकाने लगाने की गरज से राईस मिल के समीप जमीन पर जेसीबी से लम्बा चौडा गढ्ढा खोदा है जिसमें सडी प्याज को फैका जायेगा। इस संबंध में आर के बैरागी क्वालिटी इंस्पेक्टर नान ने अवगत कराया की सडी गली प्याज को फैकने के अलावा और कोई चारा नही है।
सडी प्याज को अधिकारियों द्वारा पंचनामा बनाकर गढ्ढे में नष्ट करने की प्रक्रिया को अपनाया जायेगा। सडी प्याज के कारण अधिकारियों के आख में आसू और आसपास के रहवासियों को दुर्गंध फैलने से नाक में दम आने लगा है। बेहतर होता की आई हुई प्याज राशन दुकानों के माध्यम से नागरिकों को वितरित कर दिया जाता तो ना तो प्याज सडती और उपभोक्ताओं को प्याज मिल जाती लेकिन अधिकारियों को कौन समझायें।