फटाफट पैसा कमाने के लिए घिनौना धंधा करने लगी थी लक्ष्मी

फर्रुखाबाद। 2 जुलाई को थाना मऊदरबाजा क्षेत्र में मिली लक्ष्मी पत्नि कैलाश राजपूत की लाश के मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया था। शव राजेश अग्रवाल के आम के बाग के पास ढिलाबल से गढ़िया रोड पर मिला था। पुलिस ने आज इस घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस की कहानी के अनुसार मृतक महिला फटाफट मालमाल हो जाने के कारण जिस्म फरोशी करने लगी थी। वो एक साथ कई पुरुषों के साथ संबंध बनाती थी, इसलिए उसकी मांग हमेशा बनी रहती थी। घटना वाले दिन भी वो ग्राहकों के पास ही थी, तभी एक एक्सीडेंट हुआ और उसकी मौत हो गई। घबराए ग्राहक उसे रास्ते में फैंककर भाग गए। 

एसपी दयानंद मिश्रा ने बताया कि हत्या के एक आरोपी आलोक शाक्य को गिरफ्तार किया गया है। आलोक ने पुलिस को बताया कि शमशाद का फोन आया और महिला को साथ लेकर सभी लोग मेरे चाचा के खेत में बने ट्यूब वेल पर ले गए उसी समय बरसात होने लगी। महिला को अंदर ले जाने के बाद सभी ने उससे संबंध बनाये। जब महिला ट्यूबवेल के अंदर पहुँच गई तो सभी में आपस में संबन्ध बनाने को लेकर खींचतान शुरू हो गई। उस खींचतान में महिला ट्यूबवेल के कुँए में गिर गई। जब बाहर निकाल कर देखा तो वह घायल हो चुकी थी। महिला को उपचार के लिए अस्पताल भेजा जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। महिला के शव को लेकर कायमगंज से ढिलाबल सड़क के किनारे फेक कर सभी लोग अपने घर चले गए।

पुलिस अधीक्षक दयानंद ने बताया की अभी एक आरोपी आलोक को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन शमशाद उर्फ़ पिलपिली, नन्दन गुप्ता, लालू उर्फ़ अवनीश, अंकित निवासी कायमगंज अभी फरार चल रहे हैं। उनकी जल्द गिरफ्तारी कर ली जायेगी।

आखिर महिला क्यों बेंचती थी अपना जिस्म
जिले में कई स्थान ऐसे है जहाँ पर खुलेआम जिस्म बेचने का धन्धा चलाया जा रहा है। स्थानीय पुलिस उनके ऊपर हाथ नहीं डालती। मृतक महिला लक्ष्मी जिन लोगों के साथ जिस्म बेचने का काम करती थी, उन लोगों का रैकेट बहुत बड़ा है। यह महिला कम समय में अधिक आमदनी के चक्कर में अपना जिस्म बेचती थी। जबकि घर में पति और बच्चे भी है। बहुत सी ऐसी महिलाएं व लड़कियां हैं जो अपने शौक को पूरा करने के लिए अपना जिस्म बेच रही है। शहर के अंदर लगभग सात से आठ स्थानों पर यह धन्धा चल रहा है। बहुत से लोग बुकिंग कराकर महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर बुलाते हैं, जैसे लक्ष्मी को बुलाया गया था। 

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