इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और महू विधायक कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ हाई कोर्ट में दायर चुनाव याचिका पर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण की सीडी चलाई गई, जिसमें वे मतदाताओं से कह रहे हैं कि भाजपा के जीतने पर गरीबों को उसी जगह के पट्टे दिए जाएंगे, जहां वे रह रहे हैं, जबकि यह बात भाजपा के चुनाव घोषणा-पत्र में थी ही नहीं। याचिकाकर्ता के वकील रवींद्र सिंह छाबड़ा ने अपनी बात के समर्थन में डेढ़ दर्जन से ज्यादा न्याय दृष्टांत पेश किए। याचिकाकर्ता की ओर से बहस पूरी हो गई है। अब विजयवर्गीय के वकील पक्ष रखेंगे।
विजयवर्गीय के खिलाफ यह चुनाव याचिका तीन साल पहले महू से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले अंतर सिंह दरबार ने दायर की थी। बुधवार को विजयवर्गीय की ओर से बहस शुरू होना थी, लेकिन उनके वकील ने कोर्ट से समय मांग लिया। अब 24 जुलाई से विजयवर्गीय की ओर से अंतिम बहस होगी।
चार बिंदुओं पर हुई बहस
याचिका में मुख्य रूप से चार बिंदुओं पर बहस हो रही है। इनमें विजयवर्गीय द्वारा मतदाताओं को नोट, शराब बांटने के मुद्दे भी शामिल हैं। इसके अलावा सीएम द्वारा चुनाव सभा में गरीब लोगों को पट्टे देने और मेट्रो को महू तक लाने के मुद्दे पर भी बहस हुई।