ऑफिस में यौन उत्पीड़न की शिकायत यहां करें

नई दिल्ली। केंद्र सरकार में काम कर रही महिला कर्मचारी अब ऑफिसों में यौन उत्पीड़न की शिकायत शी-बॉक्स के जरिये कर सकेंगी। महिला और बाल विकास मंत्रालय ने ऑनलाइन प्लैटफॉर्म शी-बॉक्स लॉन्च किया है। महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि शुरू में शी-बॉक्स केंद्र सरकार की कर्मचारियों के लिए है जिसके बाद इसका विस्तार किया जाएगा और इसमें प्राइवेट सेक्टर को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही एक राष्ट्रीय स्तर का सर्वे भी कराएंगे जिसके जरिये ऑफिस और कामकाज की जगह में होने वाले उत्पीड़न की प्रकृति और वह किस हद तक है इसका अनुमान लगाया जाएगा।

ऑनलाइन शिकायत करने का मैनेजमेंट सिस्टम शी-बॉक्स (सेक्सुअल हैरसमेंट इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स) महिला और बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर ही है। अगर शी-बॉक्स में कोई शिकायत आती है तो इसे सीधे संबंधित मंत्रालय, विभाग की इंटरनल कंप्लेन कमिटी के पास भेज दिया जाएगा, जिसके पास इसकी जांच का अधिकार होगा। इंटरनल कंप्लेन कमिटी नियमों के मुताबिक कार्रवाई करेगी और शिकायत का स्टेटस अपडेट करेगी। मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक यह पोर्टल यौन उत्पीड़न झेल रही महिलाओं को राहत देगा। मेनका गांधी ने अधिकारियों को पोर्टल को ज्यादा से ज्यादा इंटरैक्टिव बनाने के लिए कहा है। शी-बॉक्स के जरिए शिकायत की जा सकती है, साथ ही शिकायत करने वाले अपनी शिकायत का स्टेटस भी देख सकते हैं।

केंद्र सरकार में करीब 30.87 लाख कर्मचारी हैं। जिसमें करीब 10.93 पर्सेंट महिला हैं। अभी यह पोर्टल इन्हीं कर्मचारियों के लिए हैं लेकिन धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। मेनका गांधी ने मुताबिक हमें इस ऑनलाइन प्लैटफॉर्म में कुछ बदलाव करने हैं जिसके बाद प्राइवेट कंपनियों में काम कर रही महिलाएं भी इसमें शिकायत कर सकेंगी। मेनका ने कहा कि अगर सभी ऑफिसों में इंटरनल कंप्लेन कमिटी काम कर रही है तो हम वहां कोई दखल नहीं देंगे, लेकिन हमारे पास जो शिकायतें आ रही हैं वह वे महिला कर्मचारी हैं जिनके ऑफिस में कोई कमिटी नहीं है या बस नाममात्र की हैं या फिर कमिटी में ऐसे लोग हैं जो पहले ही नकारात्मक सोचते हैं। पोर्टल में यौन उत्पीड़न की क्या परिभाषा है यह भी बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि सीसीटीवी कैमरे लगाना भी उत्पीड़न है, तो इसलिए हमें इसे परिभाषित करने की जरूरत है ताकि कोई फर्जी शिकायतें न आएं। 
अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए यहां क्लिक करें

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