दुर्ग भिलाई/छत्तीसगढ। बीमा के नाम पर ठगी करने के आरोप में Sridhar Insurance Broker Private Limited के रीजनल मैनेजर गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस का अनुमान है कि मैनेजर ने देशभर में 500 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। मामला भिलाई के एक शिक्षक से एक करोड़ की ठगी करने के बाद खुला। कंपनी का रीजनल मैनेजर भिलाई खुर्सीपार निवासी अरविंद बघेल, दिल्ली हेड ऑफिस का सीनियर मैनेजर सौरभ वर्मा और उसका सहायक मुकेश शर्मा गिरफ्त में आ चुके हैं।
एसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि श्रीधर इंश्योरेंस कंपनी कमीशन के बदले एचडीएफसी, भारती एक्सा, फ्यूचर जनरली इंडिया, सिगमा टिके और रिलायंस आदि की इंश्योरेंस पॉलिसी दिलाती है। तीनों आरोपियों ने भिलाई के रिटायर्ड शिक्षक सेक्टर-2 निवासी हेम नारायण पचौरी को वर्ष 2014 में एलआईसी की पॉलिसी दिलाई। कुछ दिन बाद पचौरी को गाजियाबाद निवासी सौरभ वर्मा का फोन आया कि उन्हें पॉलिसी के एवज में बोनस दिया जाना है। इसके अलावा उसने स्कीम बताई कि 21 हजार रुपए सालाना जमा करने पर 1800 रुपए माह पेंशन मिलेगी और 20 वर्ष की जमा राशि एक मुश्त दे दी जाएगी।
लालच में पचौरी ने निएमेरो प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली के खाते में 21 हजार रुपए जमा कर दिए। बढ़े हुए पैसे न मिलने पर पचौरी ने जब पूछा तो कंपनी से उन्हें और रकम जमा कराने को कहा गया। बीमा राशि मेच्योर होने पर रकम वापसी का सिर्फ आश्वासन दिया जाता रहा। इसकी रिपोर्ट उन्होंने भट्टी थाने में कराई थी।
एसपी अमरेश मिश्रा ने बताया कि श्रीधर इंश्योरेंस कंपनी कमीशन के बदले एचडीएफसी, भारती एक्सा, फ्यूचर जनरली इंडिया, सिगमा टिके और रिलायंस आदि की इंश्योरेंस पॉलिसी दिलाती है। तीनों आरोपियों ने भिलाई के रिटायर्ड शिक्षक सेक्टर-2 निवासी हेम नारायण पचौरी को वर्ष 2014 में एलआईसी की पॉलिसी दिलाई। कुछ दिन बाद पचौरी को गाजियाबाद निवासी सौरभ वर्मा का फोन आया कि उन्हें पॉलिसी के एवज में बोनस दिया जाना है। इसके अलावा उसने स्कीम बताई कि 21 हजार रुपए सालाना जमा करने पर 1800 रुपए माह पेंशन मिलेगी और 20 वर्ष की जमा राशि एक मुश्त दे दी जाएगी।
लालच में पचौरी ने निएमेरो प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली के खाते में 21 हजार रुपए जमा कर दिए। बढ़े हुए पैसे न मिलने पर पचौरी ने जब पूछा तो कंपनी से उन्हें और रकम जमा कराने को कहा गया। बीमा राशि मेच्योर होने पर रकम वापसी का सिर्फ आश्वासन दिया जाता रहा। इसकी रिपोर्ट उन्होंने भट्टी थाने में कराई थी।