भोपाल। किसान आंदोलन के बाद सीएम शिवराज सिंह के उपवास का जवाब देने आए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजधानी में सत्याग्रह शुरू हो गया है। भीड़ भरे मंच से उन्होंने कहा कि मैं किसानों की लड़ाई लड़ने आया हूं। उधर बालाघाट के लालबर्रा में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। बता दें कि यह मप्र के कृषिमंत्री गौरीशंकर बिसेन की विधानसभा है। किसान के परिजनों का कहना है कि उस पर 2 लाख रुपए का कर्ज था जबकि प्रशासन ने दावा किया है कि उस पर कोई कर्जा शेष नहीं था।
खबर आ रही है कि दशहरा मैदान स्थल सत्याग्रह स्थल पर बड़ी तादाद में कांग्रसी कार्यकर्ता पहुंचे हुए हैं और किसानों और सिंधिया के समर्थन में नारे लगा रहे हैं। यहां मंच पर आते ही सिंधिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सिर्फ किसानों के समर्थन में ही नारे लगाएं। यहां कानून व्यवस्था के लिहाज के पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हुए हैं। मंच के सामने बैठने के लिए कांग्रेसियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई परंतु सिंधिया ने सबको शांत करा दिया।
सत्याग्रह के मंच पर मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह एवं पीसीसी चीफ अरुण यादव भी मौजूद हैं। कांतिलाल भूरिया के बारे में कहा जा रहा था कि वो सिंधिया से किनारा कर रहे हैं परंतु मंदसौर में वो सिंधिया के साथ थे। भोपाल में मंच पर भी उपस्थित हैं। कमलनाथ के खास समर्थक माने जाने वाले सांसद विवेक तन्खा भी सत्याग्रह में शामिल हुए हैं। सत्याग्रह से पहले आष्टा में सिंधिया का मंच टूट गया जिससे वो घायल हो गए। उनके हाथ में चोट आई है परंतु सिंधिया वहां से सीधे सत्याग्रह स्थल आ गए।