ग्वालियर। अवैध रिश्ते की राह में रोड़ा बन गए पति को हटाने के लिए महिला संतोबाई ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहले तो पति की हत्या की फिर उसके शव को जमीन में दफन करके उसके ऊपर शौचालय बनवा दिया। 7 माह तक महिला अपने पति के शव के ऊपर बने शौचालय का उपयोग करती रही। बाद में मृतक के भाई ने सक्रियता दिखाई और हत्याकांड का राजफाश हो पाया। अपर सत्र न्यायालय दोषी महिला को आजीवन कारावास की सजा दी है। कोर्ट ने सजा सुनाते हुए कहा कि महिला ने गंभीर अपराध किया है, यह क्षमा योग्य नहीं है।
केआरएच में झाड़ू पौंछा करने वाली संतोबाई ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति सुरेश की हत्या कर दी। फिर शव को ड्रम में रखकर जमीन में गाड़ दिया और उसके ऊपर शौचालय बनवा दिया। सात महीने तक इस बात संतोबाई छिपाए रखी, लेकिन सुरेश के भाई अशोक ने मांधोगंज थाने में 31 मई 2015 गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, जब पुलिस ने मामले की जांच की तो मामला खुल गया।
माधोगंज पुलिस ने संतोबाई व रवि के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। संतोबाई को लीगल हेड से अधिवक्ता उपलब्ध कराया गया। ट्रायल के दौरान रवि की भूमिका संदिग्ध रही। इसके आधार पर रवि दोषमुक्त हो गया, लेकिन संतोबाई को कोर्ट ने दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। 5 हजार का अर्थदंड लगाया है।