भोपाल। व्यापमं घोटाले के बाद अब सरकारी नौकरियों में भर्ती के झोलझाल के तरीके बदल गए हैं। ताजा प्रमाण सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी की भर्ती प्रक्रिया से मिलता है। यहां प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने 13 जून को नोटिफिकेशन जारी किया कि सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा के लिए बीई स्नातक भी मान्य होंगे जबकि आवेदन की लास्ट डेट 12 जून थी। क्या यह हरकत यह संदेह करने का अवसर नहीं देती कि अफसरों ने अपने पसंदीदा अभ्यर्थियों से पहले ही आवेदन करवा लिए और फिर नोटिफिकेशन जारी कर दिया ताकि मप्र के लाखों बीई पास बेरोजगार आवेदन ही ना कर पाएं।
एक पीड़ित अभ्यर्थी ने भोपाल समाचार को भेजे ईमेल में बताया है कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्धारा ओयोजित ''सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी'' परीक्षा में बोर्ड द्धारा जारी हुआ विज्ञापन में पहले बीई स्नातक आवेदन करने के लिए योग्य नही थे। केवल कला, कॉमर्स व विज्ञान समूह स्नातक ही मान्य किये गये थे। परंतु आज 13 जून को साइट पर एक नोटिस जारी किया गया है जिसमें सभी स्नातक को मान्य कर दिया गया है। परंतु आवेदन करने की आखिरी तारीख जो कि 12 जून 2017 थी निकल चुकी है। जब कि नोटिस 13 तारीख को अपडेट हुआ है। इसलिए बहुत से आवेदक आवेदन नही कर पाये।
इस नोटिफिकेशन के साथ ही पीईपी की ईमानदारी पर सवाल खड़ा हो गया है। लास्ट डेट के बाद नोटिफिकेशन किसी षडयंत्र की ओर इशारा कर रहा है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पीईबी के अफसरों ने अपने पसंदीदा अभ्यर्थियों से पहले ही आवेदन करवा लिए और फिर लास्ट डेट के बाद नोटिफिकेशन जारी कर दिया। ताकि परीक्षा में प्रतियोगिता ही ना हो पाए। पीईबी को चाहिए कि आवेदन की लास्ट डेट बदलकर बीई स्नातकों को आवेदन करने के लिए 7 दिन दिए जाएं। देखते हैं पीईबी के अधिकारी इस गलती को सुधारते हैं या घोटाले के संदेह की पुष्टि करते हैं।